एयर इंडिया की लंदन की उड़ान से रेलिगेयर की अध्यक्ष रश्मि सलूजा को दिल्ली हवाई अड्डे पर उतारा गया

एयर इंडिया की लंदन की उड़ान से रेलिगेयर की अध्यक्ष रश्मि सलूजा को दिल्ली हवाई अड्डे पर उतारा गया

एयर इंडिया की लंदन की उड़ान से रेलिगेयर की अध्यक्ष रश्मि सलूजा को दिल्ली हवाई अड्डे पर उतारा गया
Modified Date: March 7, 2024 / 07:47 pm IST
Published Date: March 7, 2024 7:47 pm IST

नयी दिल्ली, सात मार्च (भाषा) लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान की ‘बिजनेस श्रेणी’ में यात्रा कर रही रेलिगेयर इंटरप्राइजेज की अध्यक्ष रश्मि सलूजा को चालक दल के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में पांच मार्च को दिल्ली हवाई अड्डे पर उतार दिया गया था। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि यह घटना उड़ान संख्या एआई 161 पर उड़ान भरने के लिए निर्धारित पुशबैक से पहले हुई और उड़ान के कप्तान की सलाह के बाद सलूजा को विमान से उतार दिया गया।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि बिजनेस क्लास में यात्रा कर रही एक यात्री को निर्धारित पुशबैक से पहले चालक दल के सदस्यों के साथ कुछ बहस के बाद कैप्टन की सलाह पर विमान से उतार दिया गया।

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हालांकि एयर इंडिया ने घटना में शामिल यात्री का नाम नहीं बताया, लेकिन एक जानकार सूत्र ने बताया कि यह यात्री रश्मि सलूजा थी।

एक अन्य सूत्र ने कहा कि यात्री ने चालक दल के सदस्यों के साथ अभद्र व्यवहार किया।

रश्मि सलूजा से जुड़ी घटना पर टिप्पणी मांगने के लिए रेलिगेयर इंटरप्राइजेज को कुछ सवाल भेजे गये, लेकिन उसका उत्तर तत्काल नहीं मिला है ।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘विमान से (यात्री को) उतारने के बाद, उड़ान संख्या एआई 161 लगभग एक घंटे की देरी के बाद रवाना हुई। जिस यात्री को उतारा गया वह कुछ अनिवार्य कारणों से यात्रा कर रही थी और लिखित आश्वासन के बाद अगली उड़ान से उन्हें गंतव्य के लिए रवाना किया गया।’’

रेलिगेयर इंटरप्राइजेज और डाबर समूह के प्रवर्तकों के बीच रेलिगेयर इंटरप्राइजेज में नियंत्रण हिस्सेदारी को लेकर कॉर्पोरेट विवाद है।

डाबर समूह के प्रवर्तकें ने रश्मि सलूजा और रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के खिलाफ कॉर्पोरेट प्रशासन में खामियों के कुछ आरोप भी लगाए हैं। दोनों ने इन आरोपों का दोनों ने खंडन किया है ।

विमानन नियामक डीजीसीए की जानकारी के अनुसार, जनवरी में एयर इंडिया द्वारा 894 यात्रियों को उड़ान भरने से वंचित रखा गया और एयरलाइन द्वारा सुविधा/मुआवजे पर लगभग 98 लाख रुपये खर्च किए गए।

भाषा रंजन सुरेश

सुरेश


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