प्रयागराज, 30 अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बुधवार को केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के अधिवक्ताओं से जवाबी हलफनामा दाखिल करने को कहा और मामले की अगली सुनवाई की तारीख 28 मई तय की।
धमकी मिलने के बाद रामजी लाल सुमन और उनके बेटे रणधीर सुमन ने सुरक्षा की मांग करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय का रुख किया है। याचिका में सुमन ने अपने घर पर हमले के मामले में निष्पक्ष जांच कराने का भी अनुरोध किया है।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में चर्चा के दौरान, रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बयान दिया था जिसके बाद करणी सेना ने आगरा में सुमन के घर के बाहर उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था।
इस मामले में सुमन के बेटे रणधीर ने आगरा के हरि पर्वत पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने और प्रतिवेदन देने के बावजूद दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
राज्य सरकार की ओर से अदालत को बताया गया कि याचिकाकर्ता को पहले ही सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। इस पर अदालत ने इस मामले में प्रदेश सरकार को जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया।
भाषा
राजेंद्र, रवि कांत
रवि कांत