सन्मार्ग ने राम अवतार गुप्त प्रतिभा पुरस्कार की रूपरेखा में किया बदलाव

सन्मार्ग ने राम अवतार गुप्त प्रतिभा पुरस्कार की रूपरेखा में किया बदलाव

सन्मार्ग ने राम अवतार गुप्त प्रतिभा पुरस्कार की रूपरेखा में किया बदलाव
Modified Date: November 29, 2022 / 08:55 pm IST
Published Date: July 10, 2021 7:56 am IST

कोलकाता, 10 जुलाई (भाषा) स्कूलों के बंद होने और ऑनलाइन पढ़ाई होने के साथ पूर्वी भारत के सबसे ज्यादा प्रसार वाले और सबसे लोकप्रिय हिंदी दैनिक अखबार ‘सन्मार्ग’ ने राम अवतार गुप्त प्रतिभा पुरस्कार की रूपरेखा में कुछ बदलाव किए हैं।

सन्मार्ग की निदेशक और सन्मार्ग फाउंडेशन की न्यासी रुचिका गुप्ता ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘हम महामारी के कारण बदली परिस्थितियों के अनुसार इस कार्यक्रम को फिर से तैयार कर रहे हैं। इसका उद्देश्य वहीं रहेगा कि छात्रों, शिक्षकों और संस्थानों को आधिकारिक भाषा के विकास और प्रचार-प्रसार कार्य में उत्कृष्टता लाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। अब यह अभियान राम अवतार गुप्त प्रोत्साहन के रूप में आगे बढ़ेगा।’’

इसमें हिंदी भाषा के शिक्षकों को सम्मान देने के लिए ‘‘गुरू प्रणाम’’ कार्यक्रम भी शुरू किया गया है और उत्तर बंगाल में एक विशेष समारोह आयोजित किया जाएगा।

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उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के मद्देनजर योग्यता के मापदंड में बदलाव किया गया है लेकिन देशभर से इसके लिए प्रविष्टियां मिल रही हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को हिंदी भाषा के बारे में जानने और उसमें बाचतीत करने के लिए गर्व महसूस कराना है।’’

सन्मार्ग की स्थापना 1946 में हुई थी और आज यह पश्चिम बंगाल के कोने-कोने तक पहुंचने वाला इकलौता हिंदी अखबार है। यह पटना, भुवनेश्वर, कोलकाता और रांची से भी प्रकाशित होता है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है।

भाषा गोला प्रशांत

प्रशांत


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