HIV Case Madhya Pradesh: सतना के बाद अब प्रदेश के इस जिले में HIV का खतरा, अस्पताल के रक्तदान शिविर में हुई पुष्टि, मचा हड़कंप
सतना जिले के बाद मैहर में भी दो लोग HIV संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
hiv case mp/ image source: IBC24
- मैहर में मिले 2 HIV संक्रमित
- रक्तदान शिविर में हुई जांच
- सतना से आई जांच टीम
HIV Case Madhya Pradesh: मैहर: सतना जिले के बाद मैहर में भी दो लोग HIV संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, हाल ही में मैहर अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में रक्त दान करने वाले दो व्यक्तियों में HIV संक्रमण पाया गया। सतना से आई जांच टीम ने दोनों व्यक्तियों के परीक्षण के दौरान संक्रमण की पुष्टि की और संबंधित स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी।
मैहर में मिले 2 HIV संक्रमित
मैहर अस्पताल में हुए इस रक्तदान शिविर में काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे। जांच टीम ने बताया कि रक्तदान से जुड़े सभी स्वास्थ्य मानकों और सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया गया था। हालांकि, जांच के दौरान यह पाया गया कि दो दाताओं में HIV संक्रमण है। जांच टीम ने प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श और उचित उपचार के लिए निर्देशित किया।
रक्तदान शिविर में हुई जांच
HIV Case Madhya Pradesh: स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि रक्तदान शिविर और स्वास्थ्य जांच के दौरान संक्रमण का पता चलना एक सकारात्मक कदम है। इससे संक्रमित व्यक्तियों को समय पर इलाज मिल सकेगा और अन्य लोगों में संक्रमण फैलने की संभावना कम होगी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं और सुरक्षित रक्तदान का पालन करें।
सतना से आई जांच टीम
मैहर और सतना में HIV संक्रमण के मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोग HIV और अन्य संक्रामक रोगों के प्रति सजग रहें। विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर जांच और उपचार से HIV संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है और संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है।
सतना से आ चुका है ऐसा ही मामला
HIV Case Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के सतना जिले से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आ चुका है। 16 दिसंबर को खुलासा हुआ था कि सतना जिला अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित छह बच्चे एचआईवी संक्रमित रक्त (ब्लड ट्रांसफ्यूजन) चढ़ाए जाने से इस लाइलाज बीमारी के शिकार हो गए हैं। इनमें से एक के माता-पिता भी इसकी चपेट में आ गए हैं। यह सारे मामले इस साल जनवरी से मई के बीच सामने आए हैं और सभी पीड़ितों का एचआईवी प्रोटोकॉल के तहत इलाज किया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद इसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया था, जिसके बाद सरकार ने इस मामले की जांच के लिए समिति गठित की थी।

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