कोविड के टीकाकरण अभियान में सिक्योरिटी गार्ड की एक बड़ी भूमिका होगी :केंद्रीय गृह राज्य मंत्री

कोविड के टीकाकरण अभियान में सिक्योरिटी गार्ड की एक बड़ी भूमिका होगी :केंद्रीय गृह राज्य मंत्री

कोविड के टीकाकरण अभियान में सिक्योरिटी गार्ड की एक बड़ी भूमिका होगी :केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
Modified Date: November 29, 2022 / 08:13 pm IST
Published Date: December 17, 2020 12:09 pm IST

नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बृहस्पतिवार को कहा कि निजी क्षेत्र में नियुक्त करीब 90 लाख सिक्योरिटी गार्ड को देश में कोरोना वायरस के टीके के वितरण में एक बड़ी भूमिका निभानी होगी क्योंकि सरकार की योजना देशभर में व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाने की है।

रेड्डी ने महामारी के दौरान सेवाएं देने को लेकर निजी सुरक्षा उद्योग की भी सराहना की। सरकार ने इसे आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में रखा है।

उन्होंने कहा, ‘‘निजी सुरक्षा उद्योग को कोरोना वायरस का टीका वितरण करने में एक बड़ी भूमिका निभानी होगी क्योंकि देशभर में 130 करोड़ लोगों तक टीका पहुंचाना और उनका टीकाकरण करना सरकार, पुलिस या अधिकारियों के लिए एक बड़ा कार्य होगा।’’

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रेड्डी ने निजी सुरक्षा उद्योग के केंद्रीय परिसंघ (सीएपीएसआई) के एक सम्मेलन को यहां संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड ही टीके का व्यापक एवं तीव्र वितरण सुनिश्चित कर सकते हें तथा इससे हर परिवार को टीकाकरण अभियान के दायरे में लाया जा सकता है। ’’

देश में निजी क्षेत्र में नियुक्त सिक्योरिटी गार्ड की अनुमानित संख्या करीब 90 लाख है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हम निजी सुरक्षा उद्योग को भारत के सुरक्षा साज़ो-सामान का अभिन्न हिस्सा मानते हैं और गृह मंत्रालय इसे बढ़ावा देने तथा मजबूत करने के लिए विभिन्न कदम उठा रहा है। ’’

उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय निजी सुरक्षा उद्योग को जीएसएसटी में छूट देने का मुद्दा वित्त मंत्रालय के समक्ष उठाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार निजी सुरक्षा उद्योग को वैश्विक मानदंडों के अनुरूप बनाने और इस उद्योग में कारोबार सुगम बनाने को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव विवेक भारद्वाज ने कहा कि मंत्रालय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख कर निजी क्षेत्र में नियुक्त सिक्योरिटी गार्ड को अग्रिम मोर्चे के कर्मियों में शामिल करने का अनुरोध करेगा, ताकि उन्हें भी टीकाकरण कार्यक्रम के प्रथम चरण में टीका लगाया जा सके।

भाषा

सुभाष मनीषा

मनीषा


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