पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया गया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमनुरु शिवशंकरप्पा का अंतिम संस्कार

पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया गया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमनुरु शिवशंकरप्पा का अंतिम संस्कार

पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया गया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमनुरु शिवशंकरप्पा का अंतिम संस्कार
Modified Date: December 15, 2025 / 09:01 pm IST
Published Date: December 15, 2025 9:01 pm IST

बेंगलुरु, 15 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शमनुरु शिवशंकरप्पा का सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

पार्टी के 94 वर्षीय वरिष्ठ नेता का रविवार को बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार वीरशैव-लिंगायत परंपराओं के अनुसार कल्लेश्वरा मिल परिसर में किया गया।

इससे पहले दिन में शिवशंकरप्पा के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थान दावणगेरे लाया गया और इसे हाई स्कूल मैदान में रखा गया ताकि आम जनता, प्रशंसक और शुभचिंतक उनके अंतिम दर्शन कर सकें।

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कर्नाटक सरकार ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनका अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ करने का आदेश दिया था।

कर्नाटक विधानसभा और विधानपरिषद दोनों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद दिन भर के लिए अपने सत्र स्थगित कर दिए।

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, भाजपा के वरिष्ठ नेता बी.एस. येदियुरप्पा, कई मंत्री, विपक्षी नेता, विधायक और राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

वीरशैव-लिंगायत समुदाय के कई संत भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

शिवशंकरप्पा दावणगेरे दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि थे और कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे।

सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक के सबसे वरिष्ठ विधायक शिवशंकरप्पा देश के सर्वाधिक लंबे समय तक सेवा करने वाले जनप्रतिनिधियों में से एक थे।

शिवशंकरप्पा के तीन बेटे और चार बेटियां हैं। कर्नाटक के खान, भूविज्ञान और बागवानी मंत्री एस एस मल्लिकार्जुन उनके पुत्र हैं।

उनकी पुत्रवधू प्रभा मल्लिकार्जुन दावणगेरे से संसद सदस्य हैं।

छह बार विधायक रहे शिवशंकरप्पा मंत्री और सांसद भी रह चुके थे। वह एक प्रख्यात शिक्षाविद थे, जिन्होंने कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना की। वह उद्योगपति भी थे।

इसके अतिरिक्त, उन्होंने दशकों तक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य किया और प्रभावशाली वीरशैव-लिंगायत समुदाय की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय वीरशैव महासभा के अध्यक्ष भी रहे।

भाषा तान्या नेत्रपाल

नेत्रपाल


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