शिवकुमार ने सिद्धरमैया के ‘वफादार’ राजन्ना से भेंट की
शिवकुमार ने सिद्धरमैया के ‘वफादार’ राजन्ना से भेंट की
बेंगलुरु, 21 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने रविवार को यहां कांग्रेस विधायक के.एन. राजन्ना से उनके आवास पर मुलाकात की।
यह मुलाकात इसलिए अहम मानी जा रही है कि राजन्ना को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के प्रति वफादार माना जाता है।
मधुगिरि के विधायक राजन्ना, सिद्धरमैया सरकार में सहकारिता मंत्री रह चुके हैं।
राजन्ना को उस वक्त मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था, जब कांग्रेस आलाकमान ने ‘वोट चोरी’ संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर सिद्धरमैया को उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने का निर्देश दिया था।
राजन्ना की टिप्पणी से पार्टी एवं उसके नेता राहुल गांधी के लिए असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी थी।
राजन्ना के समर्थकों ने इस साजिश के लिए शिवकुमार को दोषी ठहराया था।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि राजन्ना के साथ उनकी मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही।
शिवकुमार ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘राजन्ना हमारे विधायक हैं। वह हमारे साथ मंत्री रह चुके हैं। मैं उनसे मिला हूं और भविष्य में भी मिलूंगा। कल उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि गवर्नर हाउस में एक कार्यक्रम के बाद वह मुझसे मिलेंगे।’’
मुलाकात के पीछे का कारण पूछे जाने पर, उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह और राजन्ना एक ही पार्टी में सहयोगी हैं।
जब पत्रकारों ने कहा कि राजन्ना को सिद्धरमैया का करीबी माना जाता है, तो शिवकुमार ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘क्या आप जानते हैं कि मैं राजन्ना का कितना करीबी हूं? जब मैंने एस एम कृष्णा सरकार के दौरान उन्हें जिला सहकारी बैंक का अध्यक्ष बनाया था, तब उनका सिद्धरमैया से कोई नाता भी नहीं था। मुख्यमंत्री (सिद्धरमैया) उस समय जनता दल (सेक्युलर) में थे और मैं कांग्रेस में। मैंने उन्हें (राजन्ना को) शीर्ष बैंक का अध्यक्ष बनाया। राजन्ना से पूछिए। वह आपको खुद बताएंगे।’’
शिवकुमार ने यह भी कहा कि राजन्ना हमेशा उनके बहुत करीब थे, ठीक वैसे ही जैसे वह सिद्धरमैया के करीब थे।
इस बीच, राजन्ना ने कहा कि शिवकुमार बतौर प्रदेश पार्टी अध्यक्ष उनसे मिलने आए और पार्टी को मजबूत करने पर चर्चा की।
जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने शिवकुमार का अक्सर विरोध किया है, तो राजन्ना ने कहा कि वह अपने रुख पर अडिग हैं।
भोजन पर हुई मुलाकात को विधायक ने शिष्टाचार भेंट बताया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या ये मुलाकातें मुख्यमंत्री बनने की कोशिश का हिस्सा हैं, तो मधुगिरि के विधायक ने कहा कि चाहे कोई भी प्रयास करे, अंतिम निर्णय पार्टी के आलाकमान का ही होता है।
भाषा
राजकुमार सुभाष
सुभाष

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