एनआईएफ पुरस्कार के लिए अंतिम सूची में छह किताबों ने बनाई जगह

एनआईएफ पुरस्कार के लिए अंतिम सूची में छह किताबों ने बनाई जगह

एनआईएफ पुरस्कार के लिए अंतिम सूची में छह किताबों ने बनाई जगह
Modified Date: November 29, 2022 / 07:59 pm IST
Published Date: November 10, 2021 5:01 pm IST

बेंगलुरु, 10 नवंबर (भाषा) महात्मा गांधी, प्रथम विश्व युद्ध में भाग लेने वाले भारतीय सैनिक, नरेंद्र मोदी से पहले की भारतीय जनता पार्टी, नक्सलवाद, आपातकाल और दादाभाई नौरोजी के जीवन जैसे विषयों पर आधारित किताबों ने इस वर्ष ‘कमलादेवी चट्टोपाध्याय एनआईएफ बुक प्राइज’ के लिए अंतिम सूची में जगह बनाई है।

न्यू इंडिया फाउंडेशन (एनआईएफ) ने बुधवार को यहां पुरस्कार के चौथे संस्करण के लिए बनाई गई अंतिम सूची की घोषणा की। ये छह किताबें हैं-आशुतोष भारद्वाज (हार्पर कॉलिन्स) की ‘‘द डेथ स्क्रिप्ट: ड्रीम्स एंड डेल्यूजन्स इन नक्सल कंट्री’’, क्रिस्टोफ जाफरलॉट और प्रतिनव अनिल (हार्पर कॉलिन्स) की ‘‘इंडियाज फर्स्ट डिक्टेटरशिप: द इमरजेंसी, 1975-77’’, दिनयार पटेल की ‘‘नौरोजी : पायनियर ऑफ इंडियन नेशनलिज्म’’ (हार्वर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस), सुमति रामास्वामी (रोली बुक्स) की ‘‘गांधी इन द गैलरी: द आर्ट ऑफ डिसऑबिडियेंस’’, राधिका सिंघा (हार्पर कॉलिन्स) की ‘‘द कुलीज ग्रेट वॉर: इंडियन लेबर इन ए ग्लोबल कॉन्फ्लिक्ट 1914-1921’’ और विनय सीतापति की ‘‘जुगलबंदी: द बीजेपी बिफोर मोदी’’ (पेंगुइन रैंडम हाउस)।

पुरस्कार विजेता की घोषणा एक दिसंबर को की जाएगी। वर्ष 2018 से दिए जा रहे पुरस्कार में 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

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पिछले साल यह पुरस्कार संयुक्त रूप से अमित आहूजा और जयराम रमेश को दिया गया था। यह पुरस्कार 2019 में ओर्नित शनि और 2018 में मिलन वैष्णव को दिया गया।

पुरस्कार का नाम कमलादेवी चट्टोपाध्याय के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम, महिला आंदोलन, शरणार्थी पुनर्वास और भारतीय रंगमंच और हस्तशिल्प के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

भाषा आशीष माधव

माधव


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