पीतल की लौंग मिलने पर खुद को सर्राफ समझने लगते हैं कुछ लोग: राजे

पीतल की लौंग मिलने पर खुद को सर्राफ समझने लगते हैं कुछ लोग: राजे

पीतल की लौंग मिलने पर खुद को सर्राफ समझने लगते हैं कुछ लोग: राजे
Modified Date: September 4, 2024 / 12:00 am IST
Published Date: September 4, 2024 12:00 am IST

जयपुर,तीन सितंबर (भाषा) राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को बिना किसी का नाम लिए कटाक्ष किया कि कुछ लोग पीतल की लौंग मिलने पर भी खुद को सर्राफ समझने लगते हैं। राजे ने कहा,‘‘चाहत बेशक आसमां छूने की रखो,लेकिन पांव हमेशा जमीं पर रखो।’’

राजे यहां बिड़ला सभागार में सिक्किम के नवनियुक्त राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर के नागरिक अभिनन्दन कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।

माथुर की प्रशंसा करते हुए राजे ने कहा, ‘‘ओम माथुर चाहे कितनी ही बुलंदियों पर पहुंचें, इनके पैर सदा जमीन पर रहें हैं। इसीलिए इनके चाहने वाले भी असंख्य हैं। वरना कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है,वह अपने आप को सर्राफ समझ बैठते हैं।’’

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उन्होंने कहा कि माथुर से ऐसे लोगों को सीख लेना चाहिये कि ‘‘चाहत बेशक आसमां छूने की रखो,पर पांव हमेशा जमीं पर रखो।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने माथुर के साथ बिताए यादगार पलों को साझा करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सिक्किम के राज्यपाल के रूप में माथुर अपने संवैधानिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन करते हुए जनसेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी व डॉ. प्रेमचन्द बैरवा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, राज्यसभा सदस्य घनश्याम तिवाड़ी भी मौजूद थे।

भाषा पृथ्वी कुंज

धीरज

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