जम्मू। जम्मू कश्मीर में 100 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती के बाद उठ रहे जंग की तैयारियों की बातों को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने खारिज किया है। मलिक ने बयान दिया है कि अफवाहों में न जाए, जवानों की तैनाती आगामी चुनावों के मद्देनजर की गई है। यहां कोई जंग के हालात नहीं है। मलिक ने ये बयान रविवार को आयोजित एडमिनिस्ट्रेटिव काउंसिल की अनौपचारिक बैठक के दौरान दिया है। बैठके के दौरान पुलवामा हमले और उसके बाद हुए बदलाव की समीक्षा बैठक की गई। राज्यपाल ने लोगों से अपील की है, कि वो किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दे।
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मलिक की मानें तो लोकसभा चुनाव के दौरान आतंकी कैंडिडेट्स और मतदाताओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए आतंकी गतिविधियों पर पहले से ही रोक लगाने और उन्हें मार गिराने के लिए जवानों की कंपनियां तैनात की गई है। मकसद यही है कि आतंक ग्रसित इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। सुरक्षा बलों को कश्मीर में खुली छूट दी गई है। पुलवामा आतंकी हमले में अपने 40 जवान गंवाने के बाद सेना यहां आतंकियों के खिलाफ अपना ऑपरेशन और तेज कर दी है।
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आपको बतादें मंत्रालय ने शनिवार को सर्कुलर जारी कर जम्मू-कश्मीर में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की 100 अतिरिक्त कंपनियां यानी करीब 10 हजार जवान तैनात करने के आदेश दिए थे। सर्कुलर में सीआरपीएफ को तत्काल प्रभाव से इन कंपनियों को तैनात करने की जिम्मेदारी दी गई है। कश्मीर में पुलिस और अर्ध सैन्य बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यासीन मलिक और अब्दुल हमीद फयाज समेत अलगाववादी संगठनों के करीब 150 नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में भी लिया गया।