थरूर पर टैगोर का परोक्ष कटाक्ष: क्या चिड़िया, तोता बन रही है ?

थरूर पर टैगोर का परोक्ष कटाक्ष: क्या चिड़िया, तोता बन रही है ?

थरूर पर टैगोर का परोक्ष कटाक्ष: क्या चिड़िया, तोता बन रही है ?
Modified Date: July 10, 2025 / 05:25 pm IST
Published Date: July 10, 2025 5:25 pm IST

नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने 1975 में लगाए गए आपातकाल की आलोचना करने को लेकर बृहस्पतिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पर परोक्ष रूप से पलटवार किया और कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या अब चिड़िया, तोता बन रही है।

थरूर ने 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा घोषित आपातकाल की आलोचना करते हुए कहा कि देश की जनता ने उस दौर की ज्यादतियों का स्पष्ट जवाब उनकी पार्टी को बड़े अंतर से हराकर सत्ता से बाहर करके दिया।

मलयालम दैनिक ‘दीपिका’ में बृहस्पतिवार को आपातकाल पर प्रकाशित एक लेख में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य ने इसे भारत के इतिहास का ‘काला अध्याय’ बताया और इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी के कृत्यों को याद किया जिसमें जबरन नसबंदी अभियान एवं नयी दिल्ली में झुग्गियों को बलपूर्वक गिराए जाने के मामले शामिल हैं।

 ⁠

लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक टैगोर ने थरूर का नाम लिए बगैर उन पर कटाक्ष करते हुए पोस्ट किया, ‘‘जब कोई सहकर्मी भाजपा की बातें शब्दशः दोहराने लगे, तो आप सोचने लगते हैं कि क्या चिड़िया, तोता बन रही है?’’

उन्होंने कहा कि नकल चिड़ियों के बीच प्यारी लगती है, राजनीति में नहीं।

टैगोर ने बीते 26 जून को भी थरूर की एक टिप्पणी को लेकर उन पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया था कि पक्षियों को उड़ने के लिए इजाजत की जरूरत नहीं पड़ती और उड़ने के बाद भी बाज एवं गिद्ध शिकार की तलाश में रहते हैं।

इससे पहले, थरूर ने ‘एक्स’ पर एक पक्षी की तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा था, ‘‘उड़ने की इजाजत मत मांगो। पंख तुम्हारे हैं, आसमान किसी का नहीं है।’’

भाषा हक हक नरेश

नरेश


लेखक के बारे में