निसार उपग्रह के 12 मीटर व्यास वाले एंटीना को खोला गया, वैज्ञानिक चरण में प्रवेश किया

निसार उपग्रह के 12 मीटर व्यास वाले एंटीना को खोला गया, वैज्ञानिक चरण में प्रवेश किया

निसार उपग्रह के 12 मीटर व्यास वाले एंटीना को खोला गया, वैज्ञानिक चरण में प्रवेश किया
Modified Date: November 28, 2025 / 10:39 pm IST
Published Date: November 28, 2025 10:39 pm IST

बेंगलुरु, 28 नवंबर (भाषा) इस वर्ष 30 जुलाई को जीएसएलवी-एफ16 के जरिये प्रक्षेपित ‘नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार’ (निसार) उपग्रह के 12 मीटर व्यास वाले एंटीना रिफ्लेक्टर को सफलतापूर्वक खोल दिया गया है और इसी के साथ यह विज्ञान के चरण में प्रवेश कर गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यह एंटीना इसरो के एस-बैंड और नासा के एल-बैंड सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर) पेलोड दोनों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसरो ने एक बयान में कहा, ‘‘19 अगस्त, 2025 को प्राप्त एस-बैंड एसएआर की पहली तस्वीर भारत के आंध्र प्रदेश में उपजाऊ गोदावरी नदी डेल्टा को दर्शाती है। तस्वीर में मैंग्रोव, कृषि, सुपारी के बागान, जलीय कृषि क्षेत्र आदि जैसे विभिन्न वनस्पति वर्ग स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। यह तस्वीर नदी डेल्टाओं और कृषि परिदृश्यों का सटीकता से मानचित्रण करने की निसार की एस-बैंड एसएआर क्षमता को उजागर करती है।’’

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बयान के मुताबिक निसार के कक्षा में स्थापित होने के 100वें दिन इसरो प्रमुख ने एस-एसएआर से ली गई की तस्वीरें जनता के लिए जारी की। इसके साथ ही, विज्ञान चरण की शुरुआत की भी घोषणा की गई है।

इसरो ने बताया कि एंटीना को 9 मीटर लंबे ‘बूम’ (उपग्रह के विस्तारित होने वाले संरचनात्मक भाग) पर स्थापित अवस्था में प्रक्षेपित किया गया था, जो उपग्रह के पास लगा हुआ होता है। एंटीना और बूम को नासा ने विकसित किया है।

बयान में कहा गया है, ‘‘एंटीना को खोलने का काम नौ अगस्त, 2025 को शुरू हुआ और इसे पांच दिनों की अवधि में पूरा किया गया। बूम के अंत में लगे रिफ्लेक्टर असेंबली को 15 अगस्त, 2025 को सफलतापूर्वक तैनात किया गया और एंटीना प्रणालियों का प्रदर्शन संतोषजनक है।’’

इसरो के अनुसार, संपूर्ण अभियान अमेरिका के ‘जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी‘ (जेपीएल)/नासा के सहयोग से इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) से संचालित किया गया।

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि 19 अगस्त, 2025 को पहली बार तस्वीर प्राप्त होने के बाद से, निसार एस-बैंड एसएआर नियमित रूप से विभिन्न पेलोड परिचालन विन्यासों में भारतीय भूभाग और वैश्विक अंशांकन-सत्यापन स्थलों का मानचित्रण कर रहा है।

भाषा धीरज संतोष

संतोष


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