रिश्वत मामले में गिरफ्तारी को रक्षा मंत्रालय ने भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति बताया

रिश्वत मामले में गिरफ्तारी को रक्षा मंत्रालय ने भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति बताया

रिश्वत मामले में गिरफ्तारी को रक्षा मंत्रालय ने भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति बताया
Modified Date: December 22, 2025 / 12:46 am IST
Published Date: December 22, 2025 12:46 am IST

नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (भाषा) रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात एक अधिकारी को सीबीआई द्वारा कथित तौर पर तीन लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद, रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को कहा कि यह कार्रवाई ‘भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति के तहत की गई।

उन्होंने कहा कि अधिकारी की गिरफ्तारी कानूनी और संस्थागत ढांचों के माध्यम से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार के ‘सक्रिय दृष्टिकोण’ को दर्शाती है।

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को रक्षा मंत्रालय के तहत रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को बेंगलुरु स्थित एक कंपनी से कथित तौर पर तीन लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।

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सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय के अधीन रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को बेंगलुरु स्थित एक कंपनी से कथित तौर पर तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि शर्मा के परिसर की तलाशी के दौरान सीबीआई ने 2.23 करोड़ रुपये नकद जब्त किए।

सीबीआई ने रक्षा उत्पादन विभाग में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्यात के उपनियोजन अधिकारी शर्मा और उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

कर्नल बाली राजस्थान के श्री गंगानगर स्थित 16 इन्फैंट्री डिवीजन आयुध इकाई (डीओयू) की कमांडिंग ऑफिसर के रूप में तैनात हैं।

भाषा

शुभम सुभाष

सुभाष


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