नौकरीपेशा वालों पर भी मेहरबान होगी सरकार! दोगुनी हो सकती है पीएफ पर टैक्‍स छूट

वित्‍तमंत्री जब 1 फरवरी को इस साल का बजट पेश करेंगी तो सबकी निगाहें नौकरीपेशा को मिलने वाली राहतों पर भी रहेंगी। उम्‍मीद है कि सरकार इस वर्ग को आयकर में बड़ी छूट दे सकती है और पीएफ पर मिलने वाली टैक्‍स छूट की सीमा बढ़ाकर दोगुना कर सकती है।

नौकरीपेशा वालों पर भी मेहरबान होगी सरकार! दोगुनी हो सकती है पीएफ पर टैक्‍स छूट

private job

Modified Date: November 29, 2022 / 08:57 pm IST
Published Date: January 23, 2022 5:51 pm IST

नई दिल्‍ली। वित्‍तमंत्री जब 1 फरवरी को इस साल का बजट पेश करेंगी तो सबकी निगाहें नौकरीपेशा को मिलने वाली राहतों पर भी रहेंगी। उम्‍मीद है कि सरकार इस वर्ग को आयकर में बड़ी छूट दे सकती है और पीएफ पर मिलने वाली टैक्‍स छूट की सीमा बढ़ाकर दोगुना कर सकती है।

फिलहाल PF में वार्षिक 2.5 लाख रुपये तक के अंशदान पर ही टैक्‍स छूट मिलती है। चूंकि, यह कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा का सबसे अहम विकल्‍प माना जाता है, लिहाजा सरकार इस लिमिट को बढ़ाने पर विचार कर सकती है। बजट से पहले हुई चर्चा में भी इस मुद्दे को उठाया गया जिसमें सरकारी कर्मचारियों के साथ निजी क्षेत्र के नौकरीपेशा को भी 5 लाख तक पीएफ अंशदान पर टैक्‍स छूट की बात कही गई है।

ये भी पढ़ें: संसद भवन परिसर में अब तक 875 लोग आए कोरोना की जद में, राज्यसभा सचिवालय में 271 हुए संक्रमित

 ⁠

विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों के साथ हुई बैठक में कहा गया कि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों का पूरा पीएफ अंशदान उनके cost-to-company (CTC) का हिस्‍सा होता है, इसमें नियोक्‍ता की ओर से जमा किया जाने वाला पैसा भी शामिल रहता है। लिहाजा 5 लाख तक टैक्‍स छूट की राहत निजी क्षेत्र के नौकरीपेशा को भी मिलनी चाहिए।

ये भी पढ़ें: एनएईसी की निर्यात को बढ़ावा देने को सूती धागे, कपड़े के ऊंचे दाम पर लगाम लगाने की मांग

सरकार ने पिछले बजट 2021 में पीएफ अंशदान पर आयकर छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये तय कर दी थी। हालांकि, बाद में इसे बढ़ाकर 5 लाख कर दिया था लेकिन इसका लाभ सिर्फ GPF अंशदान पर यानी सरकारी कर्मचारियों को ही मिलना था, सरकार के इस कदम की विशेषज्ञों ने काफी आलोचना की थी और इसे समानता के अधिकारों के खिलाफ बताया था।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com