PM Modi Speech In Parliament : ‘उनका ये पाप धूलने वाला नहीं है…’, संसद में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
PM Modi Speech In Parliament : भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी संसद में चर्चा की। इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है।
PM Modi Speech In Parliament/ Image Credit : संसद टीवी/ IBC24
नई दिल्ली: PM Modi Speech In Parliament : भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी संसद में चर्चा की। इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, “करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया। जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री ने बोया था उस बीज को खाद-पानी देने का काम एक और प्रधानमंत्री ने किया, उनका नाम था इंदिरा गांधी। 1971 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया था, उस फैसले को संविधान बदलकर पलट दिया गया था, 1971 में संविधान संशोधन किया गया था। उन्होंने हमारे देश की अदालत के पंख काट दिए थे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ने चर्चा के दौरान आगे कहा कि, “जब देश संविधान के 25 वर्ष पूरे कर रहा था उसी समय हमारे संविधान को नोच दिया गया, आपातकाल लाया गया। संवैधानिक व्यवस्थाओं को समाप्त कर दिया गया, देश को जेल खाना बना दिया गया, नागरिकों के अधिकारों को लूट लिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताला लगा दिया गया, कांग्रेस के माथे पर यह जो पाप है वह धूलने वाला नहीं है।”
कांग्रेस ने किया संविधान का शिकार
PM Modi Speech In Parliament : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “1952 के पहले राज्यसभा का भी गठन नहीं हुआ था। राज्यों में भी कोई चुनाव नहीं थे, जनता का कोई आदेश नहीं था। उसी दौरान उस समय के प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को एक चिट्ठी लिखी थी। उस चिट्ठी में उन्होंने लिखा था, ‘अगर संविधान हमारे रास्ते के बीच में आ जाए तो हर हाल में संविधान में परिवर्तन करना चाहिए।’ 1951 में ये पाप किया गया लेकिन देश चुप नहीं था।
पीएम ने कहा उस समय के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने उन्हें चेताया कि ये गलत हो रहा है, लेकिन पंडित जी का अपना संविधान चलता था और इसलिए उन्होंने इतने वरिष्ठ महानुभावकों की सलाह मानी नहीं। ये संविधान संशोधन करने का ऐसा खून कांग्रेस के मुंह लग गया कि समय-समय पर वो संविधान का शिकार करती रही।”
मातृभाषा को नई शिक्षा नीति में महत्व दिया गया: पीएम मोदी
PM Modi Speech In Parliament : भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे संविधान की अपेक्षा एकता की है और इसी को ध्यान में रखते हुए हमने मातृभाषा के महात्मय को स्वीकारा है। हमने नई शिक्षा नीति में भी मातृभाषा को बहुत महत्व दिया है। अब गरीब का बच्चा भी अपनी मातृभाषा में पढ़कर डॉक्टर या इंजीनियर बन सकता है। ”
संसद में पीएम मोदी की चर्चा की मुख्य बातें
संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी संसद में चर्चा में क्या मुख्य बातें कही गईं?
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संविधान में बदलावों, आपातकाल के प्रभाव और नागरिकों के अधिकारों पर चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से इंदिरा गांधी के समय की घटनाओं का उल्लेख किया।
क्या पीएम मोदी ने मातृभाषा के महत्व पर चर्चा की?
हाँ, पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को महत्व देने की बात की, जिससे गरीब बच्चों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा।
पीएम मोदी ने संविधान में बदलाव के लिए किस नेता की आलोचना की?
पीएम मोदी ने पंडित नेहरू की आलोचना की, जिन्होंने संविधान को अपने रास्ते में आड़े आने पर बदलने का सुझाव दिया था।
संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी संसद में चर्चा में किसी अन्य नेता का नाम लिया गया?
पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी का नाम खासतौर पर लिया, जब उन्होंने संविधान में 1971 में किए गए संशोधनों का जिक्र किया।
क्या पीएम मोदी की बातें कांग्रेस के लिए एक विशेष संदर्भ में थीं?
हाँ, पीएम मोदी की टिप्पणियाँ कांग्रेस के पूर्व में किए गए कार्यों और उनके द्वारा संविधान के प्रति किए गए परिवर्तनों के संदर्भ में थीं।

Facebook



