नई दिल्ली । मनसे प्रमुख राज ठाकरे अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने उनके गिरफ्तारी के संकेत भी दिए हैं। बीते दिनों महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के औरंगाबाद में एक रैली में राज ठाकरे ने कहा था कि वह मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए तीन मई की समयसीमा पर अडिग हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो सभी हिंदुओं को इन धार्मिक स्थलों के बाहर हनुमान चालीसा बजानी चाहिए। ठाकरे के इस बयान के बाद देशभर मे खलबली मच गई। कई राजनेता और समाजिक संगठन ने उन्हें जमकर ट्रोल किया।
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भारतीय राजनीति में राज ठाकरे के अलावा ऐसे कई राजनेता है। जिन्होंने राजनीतिक हित के लिए कई विवादित बयान दिए। जिस सह पाना हर किसी के बस मे नही था। इस लिस्ट मे हम देश के उन पांच नेताओं के बारे में बताएंगे जिनका विवादित बयानो से चोली दामन का साथ रहा। संसद के अंदर और पब्लिक के बीच में इन नेताओं ऐसे भड़काउ भाषण दिए जो उनके गले की हड्डी बन गई और पब्लिक की गाली खानी पड़ी।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का विवादित बयानो से पुराना नाता रहा हैं। वे एक ऐसा नेता है जो अक्सर ऐसे बातें बोल जाते है जो एक लोकतांत्रिक देश लिए सही नही हैं। चौधरी ने एक बार पीएसए पर बात करते हुए कहा प्रधानमंत्री ने कल संसद में उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के खिलाफ बातें कीं और रात में उन पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम लगा दिया गया. आप इस तरह से कश्मीर पर शासन नहीं कर सकते । कश्मीर भले ही भौतिक रूप से हमारे साथ है पर भावनात्मक रूप से नहीं।
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हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी भड़काउ भाषण देने मे सबसे आगे हैं। ओवैसी अपने आप को अल्पसंख्यक वर्ग का रहनुमा बताते हैं। अगर हम उनके विवादित बयानो की बात करें एक बार उन्होंने अपने ऊपर हुए हमले को लेकर कहा था कि इसके पीछे उन्हीं लोगों का हाथ है जो महात्मा गांधी की हत्या करने वालों में शामिल थे।
अपने विवादित बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बैरिया सीट से बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह ने सपा सांसद जया बच्चन को लेकर ऐसी बातें कही जो किसी को रास नही आई। सुरेंद्र सिंह ने जया को टारगेट करते हुए कहा कि ‘पहले तपस्वी श्राप या आशीर्वाद देते थे कलयुग में अब नर्तकी भी श्राप देने लगी हैं। बीजेपी विधायक यहीं नहीं रुके। बीजेपी विधायक यहीं नहीं रुके। बीजेपी विधायक ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की दूसरी शादी पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र जरूर 21 साल होनी चाहिए लेकिन इसके साथ ही 50 साल के बाद पुरुषों के शादी न करने का भी कानून बनना चाहिए।
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कर्नाटक में शुरू हुए हिजाब विवाद को लेकर उस समय कई नेताओं कई बयानबाजी की थी। जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। लेकिन सभी नेताओं से उलट इस विवाद में कर्नाटक कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जमीर अहमद खान ने ऐसा बयान दिया। जिसके बाद पब्लिक गुस्से से लाल हो गई। कांंग्रेस नेता ने सीधे हिजाब को रेप की घटनाओं से जोड़ दिया है. उन्होंने कहा है कि हिजाब लड़कियों को पर्दे में रखता है और जब लड़कियां पर्दे में नहीं रहती हैं तो रेप की घटनाएं बढ़ती हैं।
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बीजेपी नेत्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादित बयानो से गहरी दोस्ती रही हैं। साध्वी प्रज्ञा के नाम से मशहूर भारतीय जनता पार्टी की यह नेत्री अपने कार्यों से ज्यादा अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा मे रहती हैं। नाथूराम को देशभक्त बताने से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को राष्ट्रपुत्र कहने तक प्रज्ञा ठाकुर ने कई विवादित बयान दिए। लेकिन आज हम प्रज्ञा ठाकुर से उस बयान के बारे में बात करेंगे। जिसे सुनकर देश के कई लोग बुरी तरह से आहत हो सकते हैं। भाजपा से टिकट मिलने के बाद पहली बार प्रज्ञा ने सार्वजनिक रूप से जो बयान दिया, वह विवादित हो गया । साध्वी ने मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को लेकर ये बयान दिया था। साध्वी ने कहा था कि उन्होंने करकरे को श्राप दिया था, जिसके कारण करकरे की आतंकवादी हमले में मौत हो गई। हालांकि इस बयान पर साध्वी ने बाद में माफी मांग ली थी।
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