मुख्यमंत्री के खिलाफ FIR दर्ज कराने पहुंचा ये IAS अधिकारी, लगाए गंभीर आरोप, थाने में 4 घंटे तक करना पड़ा इंतजार

मुख्यमंत्री के खिलाफ FIR दर्ज कराने पहुंचा ये IAS अधिकारी, लगाए गंभीर आरोप, थाने में 4 घंटे तक करना पड़ा इंतजार

मुख्यमंत्री के खिलाफ FIR दर्ज कराने पहुंचा ये IAS अधिकारी, लगाए गंभीर आरोप, थाने में 4 घंटे तक करना पड़ा इंतजार
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 pm IST
Published Date: July 17, 2021 3:11 pm IST

पटना। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) के पूर्व चेयरमैन और घोटाले के आरोप में जेल जा चुके IAS अधिकारी सुधीर कुमार आज शनिवार को पटना के एससी/एसटी थाने में हाई प्रोफाइल नेताओं और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए पहुंचे। थाने में उनकी एफआईआर तो दर्ज नहीं हुई मगर पुलिस ने उनके आवेदन को स्वीकार कर लिया है। इसके लिए वे थाने में करीब चार घंटे बैठे रहे।

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सुधीर कुमार ने मीडिया को बताया कि वो आज दोपहर 12 बजे से इंतजार कर रहे हैं मगर एफआईआर दर्ज नहीं की गई, सिर्फ एक रसीद मिली है, उन्होंने कहा कि मामला धोखाधड़ी, फर्जी कागजात बनाने, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) और अन्यों के खिलाफ सबूतों से संबंधित है। उन्होंने कहा कि मैंने ऊपर तक के लोगों पर केस दर्ज करने का आवेदन दिया है। पूछने पर कि ऊपर तक के कौन…क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार? इसका जवाब उन्होंने हां कहकर दिया है।

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सुधीर कुमार ने कहा कि आईपीएस अधिकारी, पटना के पूर्व एसएसपी मनु महाराज (IPS Manu Maharaj) के खिलाफ भी फर्जीवाड़ा, जाली कागजात सहित कई मामलों में केस दर्ज करवाने के आवेदन दिए, आवेदन अंग्रेजी में होने की वजह से पुलिस इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि इसे पढ़ने के बाद ही कुछ हो पाएगा।

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मामले में बिहार सदन में विपक्ष के नेता तेजस्वी कुमार (RJD Leader Tejashwi Yadav) ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि बिहार सरकार में एक IAS अधिकारी जो मुख्य सचिव के पद पर है, 5-6 घंटे से थाने में बैठे रहे। थाने में उनकी FIR दर्ज नहीं हुई, एक मुख्य सचिव स्तर का अधिकारी पूरे सबूतों के साथ मुख्यमंत्री और उनके अधिकारियों पर FIR करने पहुंचता है लेकिन FIR दर्ज नहीं होती।

उन्होंने कहा कि हमने नहीं देखा कि इस तरह से मुख्यमंत्री पर आरोप लगता हो और तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा हो। शिकायत दर्ज नहीं हो रही, शिकायत दर्ज कर लीजिए फिर पता चल जाएगा की क्या मामला है, इसमें डर किस बात का है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामने आकर बताना चाहिए।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>हमने नहीं देखा कि इस तरह से मुख्यमंत्री पर आरोप लगता हो और तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा हो। शिकायत दर्ज़ नहीं हो रही है। शिकायत दर्ज़ कर लीजिए फिर पता चल जाएगा की क्या मामला है। इसमें डर किस बात का है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामने आकर बताना चाहिए: तेजस्वी यादव, RJD <a href=”https://t.co/mjsvfeaT00″>https://t.co/mjsvfeaT00</a></p>&mdash; ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1416371429822500866?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 17, 2021</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com