नई दिल्ली । आज कारगिल विजय दिवस है…आज कारगिल में पाकिस्तान पर विजय के 21 साल पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन हमारे वीर जवानों ने पाकिस्तानी सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। भारतीय सेना का इस पराक्रम को आज पूरा देश याद कर रहा है। कारगिल में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि भी दे रहे हैं।
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में 95 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव सहित इन जिलों में
सुबह 9 बजे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों के साहस को सलामी दी । राष्ट्रीय राजधानी में नेशनल वार मेमोरियल पहुंचकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को सलामी दी।
ये भी पढ़ें- सीएम भूपेश बघेल ने शेयर की अपने गांव के खेतों और फसलों की तस्वीर, कहा- भीनी सुगंध और मेढ़ों ने
बता दें कि 21 साल पहले कारगिल में मिली ऐतिहासिक जीत ने पूरी दुनिया में भारत को फिर से प्रतिष्ठा दिलाई। भारत को उसकी मजबूत सैन्य क्षमता और कूटनीतिक ताकत का अहसास कराने में कारगिल युद्ध ने बड़ी भूमिका निभाई। कारगिल में मिली इस विजय ने अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों को भारत के साथ साझेदारी की राह पकड़ने का सबक सिखाया । वहीं भारत ने इस युद्ध के बाद अपनी सैन्य क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी की है। सामरिक और कूटनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, 1999 के बाद सिलसिलेवार ढंग से सैन्य और कूटनीतिक मोर्चे पर मिली बढ़त के चलते आज भारत अपने दुश्मनों को नेस्तनाबूत करने की ताकत रखता है।
ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ.सुभाष पांडेय कोरोना पॉजिटिव, आज 4
दरअसल 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय किए गए परमाणु परीक्षण के बाद भारत अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से जूझ रहा था। आर्थिक स्तर पर बेहद कमजोर हो रहे भारत के लिए कारगिल में पाकिस्तान के खिलाफ जीत आसान नहीं थी। वहीं गोला बारूद की कमी के साथ अचानक हुई घुसपैठ के लिए देश तैयार नहीं था। इन परिस्थितियों में कारगिल पर विजय पाने में भारत को समय जरूर लगा, लेकिन ऑपरेशन विजय ने दुश्मन को नेस्तनाबूद कर दुनिया के सामने उसका असल चेहरा उजागर कर दिया।
खबर लोस चुनाव गोवा मोदी
32 mins ago