नौवहन के लिए झेलम का इस्तेमाल करने में सहायक हो सकती है तुलबुल परियोजना : उमर

नौवहन के लिए झेलम का इस्तेमाल करने में सहायक हो सकती है तुलबुल परियोजना : उमर

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  • Publish Date - May 15, 2025 / 04:42 PM IST,
    Updated On - May 15, 2025 / 04:42 PM IST

श्रीनगर, 15 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को सवाल किया कि क्या सिंधु जल समझौते के निलंबन के मद्देनजर वुलर झील पर तुलबुल नौवहन बैराज परियोजना पर काम फिर से शुरू हो सकता है।

उमर अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा, ‘‘ उत्तरी कश्मीर में वुलर झील। वीडियो में आप जो निर्माण कार्य देख रहे हैं वह तुलबुल नौवहन बैराज का है। इसकी शुरुआत 1980 के दशक के प्रारंभ में हुई थी, लेकिन सिंधु जल समझौते का हवाला देते हुए पाकिस्तान के दबाव के कारण इसे छोड़ना पड़ा। अब जबकि सिंधु जल समझौते को ‘अस्थायी रूप से निलंबित’ कर दिया गया है, मुझे आशंका है कि क्या हम इस परियोजना को फिर से शुरू कर पाएंगे?’’

उन्होंने कहा कि यदि तुलबुल परियोजना पूरी हो जाती है तो इससे नौवहन के लिए झेलम का इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इससे हमें झेलम नदी का इस्तेमाल नौवहन के लिए करने का लाभ मिलेगा। इससे नीचे की ओर जाने वाली नदी की धारा पर विद्युत परियोजनाओं के बिजली उत्पादन में भी सुधार होगा, खासकर सर्दियों में।’’

केंद्र सरकार ने पिछले महीने पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था।

भाषा रवि कांत प्रशांत

प्रशांत