सीमा विवाद का मुद्दा उठाने पर कर्नाटक के दो उप मुख्यमंत्रियों ने की ठाकरे की आलोचना

सीमा विवाद का मुद्दा उठाने पर कर्नाटक के दो उप मुख्यमंत्रियों ने की ठाकरे की आलोचना

सीमा विवाद का मुद्दा उठाने पर कर्नाटक के दो उप मुख्यमंत्रियों ने की ठाकरे की आलोचना
Modified Date: November 29, 2022 / 08:35 pm IST
Published Date: January 31, 2021 2:14 pm IST

बेलगावी, 31 जनवरी (भाषा) सीमा विवाद के मुद्दे को उठाने को लेकर कर्नाटक के दो उप मुख्यमंत्रियों ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना की और कहा कि वह ऐसा गठबंधन सरकार के भीतर चल रहे घमासान से ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हैं।

ठाकरे कर्नाटक स्थित बेलगावी, करवार और निप्पाणी का महाराष्ट्र में विलय के मुद्दे को उठा रहे हैं जहां मराठी भाषी लोगों की अच्छी संख्या है।

उन्होंने हाल ही में मांग की थी कि उच्चतम न्यायालय का फैसला आने से पहले, कर्नाटक के मराठी भाषी क्षेत्रों को संघ शासित क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए।

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कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री गोविन्द करजोल ने कहा कि ठाकरे को याद रखना चाहिए कि जिन छत्रपति शिवाजी महाराज को शिवसेना अपना नायक मानती है और जिनके नाम पर पार्टी का नाम रखा गया है, वह एक ‘ कन्नडिगा’ थे।

करजोल ने कहा, ‘‘ठाकरे को इतिहास की जानकारी नहीं है। शिवाजी के पूर्वज बल्लियप्पा कर्नाटक के गडग जिले के सोरतूर के रहने वाले थे। जब गडग में सूखा पड़ा तब बल्लियप्पा महाराष्ट्र आ गए। शिवाजी इस परिवार की चौथी पीढ़ी थे।’’

उन्होंने कहा कि ठाकरे यह मुद्दा, गठबंधन सरकार में हो रहे आंतरिक घमासान से ध्यान भटकाने के लिए उठा रहे हैं।

इसी प्रकार का बयान देते हुए उप मुख्यमंत्री सी एम लक्ष्मण सवादी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार कई मोर्चे पर विफल रही है।

भाषा यश अमित

अमित


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