रामलिंगम हत्याकांड में गिरफ्तार पांच लोगों में दो घोषित अपराधी: एनआईए

रामलिंगम हत्याकांड में गिरफ्तार पांच लोगों में दो घोषित अपराधी: एनआईए

  •  
  • Publish Date - December 11, 2025 / 07:04 PM IST,
    Updated On - December 11, 2025 / 07:04 PM IST

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) तमिलनाडु में जबरन धर्मांतरण का विरोध करने को लेकर 2019 में पीएमके कार्यकर्ता रामलिंगम की हत्या के सिलसिले में दो घोषित अपराधियों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एनआईए ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के एक कार्यकर्ता की पांच फरवरी 2019 को तंजावुर के पाकु विनायकम थोप्पू में कथित तौर पर प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों और पदाधिकारियों ने बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। पीएफआई ने इस हमले की साजिश रची थी।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने एक बयान में कहा कि घोषित अपराधी मोहम्मद बुरहानुद्दीन और मोहम्मद नबील हसन लगभग सात वर्षों से फरार थे।

बयान में कहा गया है कि दोनों तमिलनाडु के तंजावुर के निवासी हैं और उन्हें वेल्लोर जिले के पल्लिकोंडा से ‘सहयोगी एजेंसियों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर’ गिरफ्तार किया गया था।

एनआईए ने आरोप लगाया कि ‘दोनों ने मिलकर कई अन्य लोगों के साथ साजिश रची और आपस में मिलकर रामलिंगम की हत्या कर दी, जिसमें उनके हाथ काटना भी शामिल था।’

बुरहानुद्दीन और हसन की गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने उन्हें शरण देने वाले तीन और लोगों को भी पकड़ लिया।

केंद्रीय एजेंसी ने कहा, ‘चेन्नई जिले के रहने वाले के मोहिदीन, मोहम्मद इमरान और थमीम अंसारी हत्या के बाद फरार आरोपियों को छिपाने और उनके आवागमन में सहायता करने के लिए जिम्मेदार पाए गए हैं।’

एनआईए ने सात मार्च 2019 को तमिलनाडु पुलिस से यह मामला अपने हाथ में लिया और अगस्त 2019 में आरोप पत्र दाखिल किया।

बाद में छह आरोपियों को भगोड़ा घोषित कर दिया गया और उनकी गिरफ्तारी पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया। अब तक उनमें से पांच को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि मोहम्मद अली जिन्ना अभी भी फरार है।

भाषा

शुभम नरेश

नरेश