IBC24 Mind Summit 2025/Image Source: IBC24
IBC24 Mind Summit Live: रायपुर: साय सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आज मध्य भारत का सबसे बड़ा और विश्वसनीय न्यूज चैनल आईबीसी 24 छत्तीसगढ़ सरकार को ‘माइंड समिट’ के तौर पर मंच प्रदान कर रहा है। इस समिट में हम छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों से जहां उनके दो साल के अनुभव पर चर्चा कर रहे हैं, तो वहीं आने वाले तीन सालों के लिए विकास और जनकल्याण के रोडमैप को भी जानने की कोशिश कर रहे हैं।
IBC24 Mind Summit 2025: इसके साथ ही हम आज बात कर रहे हैं विपक्ष के तौर पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से भी। अलग-अलग सेशन में हम रूबरू होंगे दिग्गज मंत्रियों और विपक्ष के नेताओं से और जानेंगे कैसा रहा है छत्तीसगढ़ की साय सरकार का दो साल का कार्यकाल। IBC24 के माइंड समिट के मंच पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से प्रसूता और नवजात की लापरवाही से हुई मौत को लेकर सवाल किया गया। सवाल था कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है? इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से आपने बहुत अच्छा और बेहद महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा है। यह अत्यंत दुखद है कि इस प्रकार की घटनाएं होती हैं। यह केवल स्वास्थ्य विभाग या किसी एक मंत्री की बात नहीं है बल्कि मानवता के नाते भी ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। आपने जिस 10 बजे तक अस्पताल में ताला लटकने की खबर का ज़िक्र किया उसे चैनलों ने प्रमुखता से उठाया है। हमने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं और कार्रवाई भी सुनिश्चित की जा रही है।
IBC24 Mind Summit 2025: उन्होंने आगे कहा कि पिछले लगभग दो वर्षों में हमने लापरवाही बरतने वाले करीब 20 डॉक्टरों को निलंबित किया है और कुछ डॉक्टरों को बर्खास्त भी किया गया है। इसके अलावा पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। इसके बाद एक और सवाल पूछा गया कि जब रात 6–7 बजे किसी मरीज की तबीयत खराब होती है और वह सरकारी अस्पताल पहुंचता है, तो अक्सर डॉक्टर 4 बजे के बाद उपलब्ध नहीं रहते और स्टाफ भी ठीक से अटेंड नहीं करता। क्या मॉनिटरिंग में कहीं कमी रह जाती है? क्या डॉक्टर प्राइवेट क्लीनिक चले जाते हैं या अस्पताल में मौजूद नहीं रहते?
IBC24 Mind Summit 2025: इस पर मंत्री ने जवाब देते हुए कहा डॉक्टरों का एक निर्धारित ड्यूटी चार्ट होता है। फिलहाल सुबह 9 बजे से 1 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे तक दो पालियों में ड्यूटी का सिस्टम चल रहा है। हालांकि, हम इसे एक शिफ्ट में करने पर भी विचार कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी डॉक्टर 24 घंटे अस्पताल में मौजूद नहीं होते। जिनकी ड्यूटी होती है, वे रहते हैं। एमबीबीएस मेडिकल ऑफिसर (MO) किसी भी समय अस्पताल में उपलब्ध रहते हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर ऑन-कॉल ड्यूटी पर होते हैं। उदाहरण के तौर पर, यदि रात 8 बजे किसी मरीज को कान से संबंधित समस्या आती है, तो उस समय मौजूद डॉक्टर विशेषज्ञ को बुलाता है। विशेषज्ञ डॉक्टर मौके पर आकर मरीज को देखते हैं। सभी स्पेशलिस्ट 24 घंटे अस्पताल में मौजूद नहीं रह सकते।