नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को अपने विधिक निकायों के जरिए ऐसी व्यवस्था तैयार करने को कहा है जिससे छात्रों के लिये एक साथ दो पाठ्यक्रमों की पढ़ाई सुगम हो सके। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह निर्देश ऐसे समय सामने आया है जब यूजीसी ने विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) द्वारा स्थानांतरण प्रमाणपत्र या स्कूल परित्याग प्रमाणपत्र पर जोर दिये जाने के कारण पेश आने वाली परेशानियों पर संज्ञान लिया।
यूजीसी के सचिव पी. के. ठाकुर ने विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘यूजीसी के संज्ञान में यह बात सामने आई है कि स्थानांतरण प्रमाणपत्र या स्कूल परित्याग प्रमाणपत्र पर जोर दिये जाने के कारण छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन प्रमाणपत्रों के अभाव में छात्रों को दाखिला नहीं मिल पाता है और दो अकादमिक कार्यक्रम एक साथ करने की सुविधा का मकसद विफल होता है।’’
ठाकुर ने कहा, ‘‘ विश्वविद्यालयों को अपने विधिक निकायों के माध्यम से सुविधाजनक व्यवस्था तैयार करनी चाहिए ताकि छात्रों के लिए एक साथ दो पाठ्यक्रमों की पढ़ाई सुगम हो सके।’’
आयोग ने पिछले वर्ष अप्रैल में छात्रों को दो पूर्णकालिक डिग्री एक साथ करने की अनुमति देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
यूजीसी के दिशानिर्देश के अनुसार, छात्र अब उपस्थित होकर दो पूर्णकालिक अकादमिक कार्यक्रम एक साथ कर सकते हैं जब दोनों कार्यक्रमों की कक्षाओं का समय एक नहीं हो। यह व्यवस्था पीएचडी कार्यक्रम में लागू नहीं होती है।
भाषा दीपक
दीपक अविनाश
अविनाश
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