यूपीएससी ने ‘बेंचमार्क’ दिव्यांगता वाले अभ्यर्थियों को ‘पसंद का केंद्र’ आवंटित करने का निर्णय लिया

यूपीएससी ने ‘बेंचमार्क’ दिव्यांगता वाले अभ्यर्थियों को ‘पसंद का केंद्र’ आवंटित करने का निर्णय लिया

यूपीएससी ने ‘बेंचमार्क’ दिव्यांगता वाले अभ्यर्थियों को ‘पसंद का केंद्र’ आवंटित करने का निर्णय लिया
Modified Date: December 12, 2025 / 02:19 pm IST
Published Date: December 12, 2025 2:19 pm IST

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसने सभी परीक्षाओं के लिए ‘बेंचमार्क’ दिव्यांगता (40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता) वाले अभ्यर्थियों को उनकी ‘पसंद का केंद्र’ आवंटित करने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य परीक्षा केंद्रों तक उनके पहुंचने को सुगम करना है।

आधिकारिक बयान में कहा गया कि इन अभ्यर्थियों को आने-जाने में अक्सर होने वाली समस्याओं और विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए यूपीएससी ने यह निर्णय लिया है कि प्रत्येक ‘बेंचमार्क दिव्यांगता वाले’ (पीडब्ल्यूबीडी) अभ्यर्थी को आवेदन पत्र में बताई गई उनकी पसंद के परीक्षा केंद्र ही आवंटित किए जाएंगे।

इस पहल के बारे में बताते हुए यूपीएससी के अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के परीक्षा केंद्रों के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि दिल्ली, कटक, पटना, लखनऊ जैसे कुछ केंद्रों की क्षमता बहुत जल्दी पूरी हो जाती है क्योंकि वहां आवेदकों की संख्या काफी अधिक होती है।

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उन्होंने कहा, ‘‘इससे पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था क्योंकि उन्हें फिर ऐसे केंद्र चुनने पड़ते थे जो उनके लिए सुविधाजनक नहीं होते। मुझे खुशी है कि इस निर्णय से अब प्रत्येक पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थी को उनकी पसंद का केंद्र मिल सकेगा, जिससे यूपीएससी परीक्षाओं में शामिल होने के दौरान उन्हें अधिकतम सुविधा और सहजता सुनिश्चित होगी।’’

इस पहल को लागू करने के लिए आयोग ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र की मौजूदा क्षमता का उपयोग पहले पीडब्ल्यूबीडी और गैर-पीडब्ल्यूबीडी दोनों प्रकार के अभ्यर्थियों द्वारा किया जाएगा।

आयोग द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘जैसे ही किसी केंद्र की क्षमता पूरी हो जाएगी, वह केंद्र गैर-पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थियों के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा, लेकिन पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थी उस केंद्र को चुन सकेंगे। यूपीएससी फिर अतिरिक्त व्यवस्था करेगा ताकि किसी भी पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थी को उसकी पसंद का केंद्र आवंटित करने से वंचित न किया जाए।’’

भाषा गोला सुभाष

सुभाष


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