Ustad Zakir Hussain passed away: महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 74 वर्ष की उम्र में निधन.. अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में थे भर्ती
Ustad Zakir Hussain passed away Live News and Updates उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था। साथ ही उनको तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिल चुके थे।
Ustad Zakir Hussain | Image Credit- Youtube
नई दिल्ली। महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन (73) का निधन हो गया है। वह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। (Ustad Zakir Hussain passed away Live News and Updates) सेन फ्रांसिसको में उनका इलाज चल रहा था। बता दें, उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था। साथ ही उनको तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिल चुके थे।
मशहूर उद्यमी हर्ष गोयनका ने उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा, “जब तबला अपनी कला खो देता है तो दुनिया खामोश हो जाती है। भारत की आत्मा को वैश्विक मंचों पर पहुंचाने वाले लयबद्ध प्रतिभा वाले उस्ताद जाकिर हुसैन हमें छोड़कर चले गए। एचएमवी से उनके जुड़ाव के कारण मुझे उन्हें जानने और अपने घर पर उनका प्रदर्शन सुनने का सौभाग्य मिला। उनकी धड़कनें हमेशा गूंजती रहेंगी.”
The world falls silent as the tabla loses its maestro. Ustad Zakir Hussain, a rhythmic genius who brought the soul of India to global stages, has left us. I was privileged to know him because of his connection with HMV and hear him perform at our home. His beats will echo… pic.twitter.com/TJ5aaLbsqZ
— Harsh Goenka (@hvgoenka) December 15, 2024
अब प्वाइंट्स में पढ़े उस्ताद जाकिर हुसैन की ख़बरें
तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन कब हुआ?
उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन 15 दिसंबर 2024 को हुआ। वह लंबे समय से बीमार थे और सेन फ्रांसिसको में उनका इलाज चल रहा था।
उस्ताद जाकिर हुसैन को कौन-कौन से बड़े पुरस्कार मिले थे?
उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्हें तीन ग्रैमी अवॉर्ड भी मिले थे।
तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन किस कारण से हुआ?
उस्ताद जाकिर हुसैन कई दिनों से बीमार थे। उनकी बीमारी के विस्तृत कारणों की जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है।
उस्ताद जाकिर हुसैन का संगीत करियर क्यों खास था?
उस्ताद जाकिर हुसैन ने तबला वादन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी विश्वव्यापी पहचान और तीन ग्रैमी अवॉर्ड उनकी संगीत प्रतिभा का प्रमाण हैं।
तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन के बाद उनके परिवार में कौन-कौन हैं?
उनके परिवार में उनकी पत्नी और बच्चे हैं। परिवार ने इस कठिन समय में प्राइवेसी बनाए रखने का अनुरोध किया है।

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