विजयन ने फलस्तीन के प्रति समर्थन दोहराया, गाजा में ‘नरसंहार’ रोकने का आह्वान किया

विजयन ने फलस्तीन के प्रति समर्थन दोहराया, गाजा में 'नरसंहार' रोकने का आह्वान किया

विजयन ने फलस्तीन के प्रति समर्थन दोहराया, गाजा में ‘नरसंहार’ रोकने का आह्वान किया
Modified Date: September 29, 2025 / 05:00 pm IST
Published Date: September 29, 2025 5:00 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 29 सितंबर (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को फलस्तीन के लोगों के साथ अपनी सरकार की एकजुटता दोहराई और गाजा में कथित ‘नरसंहार’ रोकने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि विजयन ने भारत में फलस्तीन के राजदूत अब्दुल्ला अबू शावेश के साथ विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में एक मुलाकात के दौरान यह समर्थन जताया।

विजयन ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत में फलस्तीन के राजदूत अब्दुल्ला अबू शावेश से केरल के उनके दौरे के दौरान मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। फलस्तीनी लोगों के साथ केरल की अटूट एकजुटता और गाजा में नरसंहार तत्काल समाप्त करने की हमारी मांग दोहरायी। केरल फलस्तीन के लोगों को न्याय दिलाने के लिए हमेशा दृढ़ रहेगा।’’

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बाद में जारी एक बयान में, विजयन ने कहा कि केरल ‘‘हमेशा फलस्तीन के लोगों के साथ रहा है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका के समर्थन से, इजराइल ‘सभी अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन’ करके फलस्तीन के लोकतांत्रिक अधिकारों से इनकार कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘केरल फलस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के साथ खड़ा है।’’

मुख्यमंत्री विजयन ने पश्चिम एशिया में शांति बहाल करने और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुरूप पूर्वी यरुशलम को राजधानी बनाकर फलस्तीन राष्ट्र के निर्माण में सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप का आग्रह किया।

बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान, राजदूत ने ‘‘इजराइली आक्रमण’’ और फलस्तीन के सामने मौजूद वर्तमान समस्याओं के बारे में बताया। बयान में कहा गया है कि शावेश ने इस महत्वपूर्ण मोड़ पर केरल द्वारा फलस्तीन को दिए गए समर्थन का स्वागत किया और कहा कि देश को और अधिक समर्थन की आवश्यकता है, जो दुनिया भर से मिलने की उम्मीद है।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि इजराइल-हमास युद्ध में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 66,000 से अधिक हो गई है।

भाषा अमित माधव

माधव


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