असम के कार्बी आंगलोंग में फिर भड़की हिंसा; दो लोगों की मौत, 45 घायल
असम के कार्बी आंगलोंग में फिर भड़की हिंसा; दो लोगों की मौत, 45 घायल
(तस्वीरों के साथ)
दीफू/गुवाहाटी, 23 दिसंबर (भाषा) असम के अशांत कार्बी आंगलोंग जिले में एक बार फिर भड़की हिंसा में मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि 38 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 45 लोग घायल हो गये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने एक इमारत में आग लगा दी, जहां से से 25 वर्षीय दिव्यांग युवक सुरेश डे का शव बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि अथिक तिमुंग नामक एक अन्य व्यक्ति की झड़प के दौरान मौत हो गई।
प्रदर्शनकारी आदिवासी क्षेत्रों से अतिक्रमणकारियों को हटाने की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं पश्चिम कार्बी आंगलोंग में स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं। आज की अशांति में दो लोगों की जान जाना बेहद दुखद है।’’
उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखने के लिए बुधवार को खेरानी क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे।
शर्मा ने कहा, ‘‘सामान्य स्थिति बनाने और बातचीत के माध्यम से मुद्दों का हल करने के लिए हम सभी संबंधित पक्षों के निरंतर संपर्क में हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। सरकार सभी प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी रहेगी और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी।’’
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरमीत सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और उन्होंने हिंसा न करने का वादा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वे बम फेंक रहे हैं, तीर चला रहे हैं और दुकानें जला रहे हैं… हिंसा में आईपीएस अधिकारियों समेत 38 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एक पत्थर मेरे कंधे पर भी लगा।’’
उन्होंने कहा कि अगर प्रदर्शनकारी कानून अपने हाथ में लेते हैं तो पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
डीजीपी ने समाज के सभी वर्गों से अपील भी की कि वे ‘गुमराह युवाओं’ को समझाएं कि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता और मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि वह उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए उनसे बातचीत करेंगे।
अधिकारियों के मुताबिक, निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद खेरोनी बाजार इलाके में बच्चों और महिलाओं समेत बड़ी संख्या में वे लोग हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे, जिनकी दुकानें भीड़ ने सोमवार को जला दी थीं।
उन्होंने बताया कि उधर, आदिवासी क्षेत्र से अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने की मांग करने वाले आंदोलनकारी भी खेरोनी बाजार इलाके की सड़कों पर एकत्र हुए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों गुटों में भारी आक्रोश था और इलाके में तैनात सुरक्षा बल उन्हें शांत करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अचानक दोनों गुटों के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हो गए।
अधिकारी के अनुसार, हालात बेकाबू होने पर पुलिस को दोनों गुटों के प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
अधिकारी ने बताया कि इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने खेरोनी इलाके में दो मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने पहले कहा था, “कार्बी आंगलोंग में स्थिति बेहद संवेदनशील है। वरिष्ठ मंत्री रानोज पेगू जिले में मौजूद हैं। मुझे भरोसा है कि मामला जल्द ही सुलझ जाएगा।”
इस बीच, शांति और व्यवस्था बनाए रखने एवं मौजूदा स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए मंगलवार को कार्बी आंगलोंग और पश्चिम आंगलोंग दोनों जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं।
इससे पहले मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने पेगु के साथ बातचीत के बाद आदिवासी क्षेत्रों से अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने की मांग को लेकर जारी अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी।
विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से जुड़े आंदोलनकारी कार्बी आंगलोंग तथा पड़ोसी पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों में व्यावसायिक चरागाह आरक्षित क्षेत्र (पीजीआर) और ग्राम चरागाह आरक्षित क्षेत्र (वीजीआर) में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बेदखल करने की मांग को लेकर 15 दिनों से भूख हड़ताल पर थे।
पेगु ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार इस मुद्दे पर जल्द ही त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित करेगी जिसके बाद उन्होंने अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी।
पेगु ने बताया कि वार्ता में मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
असम के दीफू में सोमवार को कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद (केएएसी) के प्रमुख तुलीराम रोंगहांग के आवास और खेरोनी बाजार की करीब 15 दुकानों को आग के हवाले करने वाले उग्र प्रदर्शनकारियों के साथ सुरक्षा बलों की झड़प में एक पुलिसकर्मी सहित चार लोग घायल हो गए थे।
भाषा राजकुमार सुभाष
सुभाष

Facebook



