जयपुर में झुलसी महिला की मौत |

जयपुर में झुलसी महिला की मौत

जयपुर में झुलसी महिला की मौत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:20 PM IST, Published Date : August 17, 2022/10:02 pm IST

जयपुर, 17 अगस्त (भाषा) आग लगने के कारण बुरी तरह झुलसी 35 वर्षीय महिला की मंगलवार रात यहां एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि महिला को उसके ही कुछ रिश्‍तेदारों ने 10 अगस्‍त को कथित तौर पर ज्वनशील पदार्थ डालकर जला दिया था।

पुलिस अधीक्षक (जयपुर-ग्रामीण) मनीष अग्रवाल ने बताया कि घटना 10 अगस्त को रायसर थाना क्षेत्र की है जहां पैसों के विवाद को लेकर महिला अनीता के र‍िश्‍तेदारों ने उसे जला दिया। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान बीती रात उनकी मौत हो गई।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव ने बताया कि बयान के आधार पर उनके रिश्‍तेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। उन्‍होंने कहा, ‘‘10 अगस्त को आरोपियों ने महिला पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और आग लगा दी। आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। आरोपी महिला के रिश्तेदार हैं और उसके घर के पास रहते हैं। कल रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई और हमें आज जानकारी मिली है।’’

उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री इस तरीके की घटनाओं के प्रति संवेदनशील नहीं हैं और उनको रोकने के लिए पूरे तरीके से नाकाम भी हैं।

उन्होंने कहा कि यह पहली घटना नहीं है, इस तरीके की घटनाएं साल में हजारों हो रही हैं और अबतक पूरे प्रदेश में 7 लाख से अधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं, औसतन 18 बलात्कार और 7 हत्याएं प्रतिदिन हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री की नाक के नीचे हुई यह घटना और सुदूर किसी आदिवासी क्षेत्र में होती है, किसी सीमावर्ती क्षेत्र में भी होती है, कभी मेवात के क्षेत्र में होती है, घटनाएं तभी होती है कि जब अपराधी बेखौफ होता है।

पूनियां ने कहा कि राज्य सरकार की शिथिलता लापरवाही और कानून व्यवस्था के प्रति उसकी संवेदनहीनता, यह ऐसे मामलों को और ज्यादा प्रेरित करती है और यह घटना भी जो जमवारामगढ़ के रायसर गांव में घटित हुई, एक दलित महिला शिक्षिका के साथ में यह समाज के लिए आंख खोलने वाली घटना है, पुलिस यदि तत्पर होती, प्रशासन यदि तत्पर होता, यदि उसकी सुनवाई होती तो यह घटना नहीं होती।

भाषा पृथ्वी कुंज अर्पणा

अर्पणा

 

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