Letter Written In Blood: बीजेपी नेत्री ने सीएम योगी को खून से लिखा पत्र, सुरक्षा को लेकर की ये खास अपील, देखें वीडियो

Letter Written In Blood: बीजेपी नेत्री ने सीएम योगी को खून से लिखा पत्र, सुरक्षा को लेकर की ये खास अपील, देखें वीडियो

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  • Publish Date - February 20, 2025 / 06:33 PM IST,
    Updated On - February 20, 2025 / 06:37 PM IST

Letter Written In Blood/ Image Credit: Sachin Gupta X Handle

HIGHLIGHTS
  • महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने सीएम योगी को खून से लिखा पत्र
  • शस्त्र लाइसेंस प्रक्रिया आसान करने की मांग
  • कहा बदलते हालात में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए हथियार जरूरी

यूपी। Letter Written In Blood: हमेशा अपने तीखे बयान और अपने कार्यों से अकसर विवादों में रहने वाले जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद एक बार सुर्खियों में छाए हुए हैं। लेकिन इस बार उनके सुर्खियों की वजह कुछ और ही है जो शायद हर किसी को हैरान कर सकती है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में शस्त्र लाइसेंस को लेकर BJP नेत्री डॉ. उदिता त्यागी ने खून से लेटर लिखा है।

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उन्होंने जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के खून से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हिंदुओं के लिए शस्त्र लाइसेंस प्रक्रिया आसान करने की मांग की है। इस पत्र में उन्होंने तर्क दिया कि बदलते हालात में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए हथियार जरूरी हैं।

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Letter Written In Blood: इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि हिंदू समाज को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस आसानी से मिलना चाहिए। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस भी छिड़ गई है।

 

 

यति नरसिंहानंद ने शस्त्र लाइसेंस के लिए CM योगी को अपने खून से पत्र क्यों लिखा?

हिंदू समाज के लिए शस्त्र लाइसेंस की प्रक्रिया को आसान करने के लिए यति नरसिंहानंद गिरी ने डॉ. उदिता त्यागी के खून से लिखे पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा।

क्या इस खून से पत्र लिखने की घटना राजनीतिक विवाद का कारण बनी है?

हां, इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है। पत्र का सोशल मीडिया पर वायरल होना और इससे जुड़े तर्कों ने इस मुद्दे को चर्चा का विषय बना दिया है।

यति नरसिंहानंद गिरी का इस पत्र से क्या संबंध है?

यति नरसिंहानंद गिरी ने इस पत्र को प्रेरित किया है और इसका संबंध उनके धार्मिक और सुरक्षा विचारों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने इस कदम के लिए उदिता त्यागी की सराहना की है।