राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म संपादक वामन भोसले का निधन, 230 से ज्यादा फिल्मों का किया था संपादन

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म संपादक वामन भोसले का निधन, 230 से ज्यादा फिल्मों का किया था संपादन

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म संपादक वामन भोसले का निधन,  230 से ज्यादा फिल्मों का किया था संपादन
Modified Date: December 4, 2022 / 02:22 am IST
Published Date: December 4, 2022 2:22 am IST

मुंबई, 26 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म संपादक वामन भोसले का उम्र संबंधी दिक्कतों के कारण सोमवार सुबह निधन हो गया। उनके परिवार के सदस्यों ने इस बारे में बताया। भोसले 87 साल के थे। वामन भोसले के भतीजे दिनेश भोसले ने बताया कि 25 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में ‘इनकार’ के लिए सर्वश्रेष्ठ संपादक का पुरस्कार पाने वाले वामन का गोरेगांव आवास पर तड़के चार बजकर 25 मिनट पर निधन हो गया।

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दिनेश ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘पिछले साल लॉकडाउन के कारण उनकी दिनचर्या और दूसरी गतिविधियां प्रभावित हुई थी।’’ गोवा के पोमबुरपा गांव में जन्मे भोसले नौकरी की तलाश में 1952 में मुंबई आए थे और ‘पाकीजा’ फिल्म के संपादक डी एन पई से बॉम्बे टॉकीज में प्रशिक्षण लेने लगे। भोसले ने ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘दो रास्ते’, ‘इनकार’, ‘दोस्ताना’, ‘अग्निपथ’, ‘परिचय’, ‘कालीचरण’, ‘कर्ज’, ‘राम लखन’, ‘सौदागर’, ‘गुलाम’ समेत 230 से ज्यादा फिल्मों का संपादन किया।अमोल पालेकर निर्देशित ‘कैरी’ संपादक के तौर पर भोसले की आखिरी फिल्म थी।

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फिल्मकार मधुर भंडारकर, अभिनेता-फिल्मकार विवेक वसवानी, प्रख्यात लेखक गीतकार वरूण ग्रोवर ने भोसले के निधन पर शोक जताया है।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com