The Diary of West Bengal: केरल स्टोरी के बाद अब बंगाल डायरी पर बवाल, ट्रेलर में दावा- बहुमत के बाद लागू होगा शरियत कानून

The Diary of West Bengal: हिंदू और मुसलमान को लेकर एक और फिल्म रिलीज के लिए तैयार है। 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' की रिलीज से पहले ही इसके ट्रेलर बवाल मचा हुआ हैं।

The Diary of West Bengal: केरल स्टोरी के बाद अब बंगाल डायरी पर बवाल, ट्रेलर में दावा- बहुमत के बाद लागू होगा शरियत कानून
Modified Date: May 27, 2023 / 02:12 pm IST
Published Date: May 27, 2023 2:11 pm IST

The Diary of West Bengal:अभी तक द केरल स्टोरी का विवाद थमा भी नहीं है कि इसी बीच अब एक और फिल्म विवादों में आती हुई नजर आ रही है। फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ का ट्रेलर रिलीज होते ही चर्चा में बना हुआ है। इस ट्रेलर को लेकर लोगों में आक्रोश का माहौल बन रहा है। आलम ये है कि फिल्म के डायरेक्टर को पश्चिम बंगाल पुलिस ने नोटिस जारी कर दिया है। डायरेक्टर पर आरोप है कि वह अपनी फिल्म के जरिए बंगाल की छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

अब सवाल यह है कि जिस फिल्म के ट्रेलर पर ही इतना विवाद शुरू हो रहा है, तो उसकी कहानी क्या है? ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ का ट्रेलर हिंदुओं के साथ हुए अन्याय पर केंद्रित है। फिल्म के मेकर जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ पश्चिम बंगाल के हालात और वहां की राजनीति के बदलते हुए हालातों पर आधारित है। ट्रेलर की शुरुआत होते ही एक डायलॉग सुनने को मिलता है कि लोकतंत्र जनता द्वारा चुनी गई सरकार, लेकिन इसका एक मतलब ये भी है कि बहुमत अगर मुस्लमानों का होगा तो कानून भी शरियत का होगा।

The Diary of West Bengal इसके बाद तुरंत ममता बनर्जी का किरदार निभाती हुई एक महिला नजर आती हैं जो CAA और NRC को जोर से बोलती हुई दिखाती देती है। ट्रेलर में पश्चिम बंगाल के दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हालातों की झलक दिखाई गई है, लोगों का पलायन दिखाया गया है। फिल्म के ट्रेलर के मुताबिक बड़ी संख्या में बांग्लादेश के कट्टरपंथी संगठन रोहिंग्या मुसलमानों को पश्चिम बंगाल में बसाया जा रहा है।

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कहानी के मुताबिक पश्चिम बंगाल अब कश्मीर से ज्यादा बदतर होता जा रहा है, असम के हिंदूओं के लिए पश्चिम बंगाल दूसरा कश्मीर बन गया है। यानी मेकर्स ने इस ट्रेलर के जरिए ये दिखाने की कोशिश की है कि किस तरह से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं का उत्पीड़न किया जा रहा है और ये उत्पीड़न करने वाले कोई और नहीं बल्कि वे ऐसे मुसलमान हैं जो कि कट्टरपंथी मानसिकता रखते हैं।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com