Malala Day 2023: लड़कियों की पढ़ाई के लिए बुलंद की थी आवाज, जानिए मलाला यूसुफजई का इतिहास…

Malala Day 2023: History of Malala Yousafzai मलाला यूसुफजई अंतर्राष्ट्रीय मलाला दिवस 2023 पर कार्यक्रम की 10वीं वर्षगांठ

  •  
  • Publish Date - July 12, 2023 / 11:05 AM IST,
    Updated On - July 12, 2023 / 11:08 AM IST

Malala Day 2023: History of Malala Yousafzai : नई दिल्ली। लड़कियों की शिक्षा के लिए पाकिस्तानी वकील और नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र की मलाला यूसुफजई की बहादुरी और सक्रियता का सम्मान करने के लिए हर साल 12 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मलाला दिवस मनाया जाता है। मलाला यूसुफजई अंतर्राष्ट्रीय मलाला दिवस 2023 पर कार्यक्रम की 10वीं वर्षगांठ को संबोधित करेंगी।

मलाला यूसुफजई 24 साल की एक महिला हैं, जोकि हमेशा से ही महिलाओं के शिक्षा के अधिकार के लिए काम करती रही है। हालांकि, उन्हें खुद कभी स्कूल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी। आज के दिन को विश्व के नेताओं से दुनिया भर के हर एक बच्चे के लिए अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा की अपील करने के अवसर के रूप में मनाया जाता है।

Read more: अमरनाथ यात्रा पर निकले ‘महादेव’ के दो बड़े विदेशी भक्त, पहने भगवा रंग के कपड़े, कहा- इस महापुरुष से मिली प्रेरणा… 

मलाला दिवस का इतिहास और महत्व

दरअसल, 12 जुलाई 2013 को मलाला ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक भाषण दिया था, तब वह महज 16 साल की एक पाकिस्तानी एक्टिविस्ट थीं। अपने भाषण में, मलाला ने विश्व स्तर पर महिलाओं की शिक्षा तक पहुंच की जरूरत की बात की थी। साथ ही विश्व नेताओं को अपनी नीतियों में सुधार करने के लिए कहा था। उस दौरान उनके सराहनीय भाषण के लिए उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन भी मिला था।

चूंकि 12 जुलाई को उनका जन्मदिन था, इसलिए संयुक्त राष्ट्र ने तुरंत घोषणा की कि इस दिन को युवा कार्यकर्ता को सम्मानित करने के लिए ‘मलाला दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।

मलाला के बारे में कुछ रोचक बातें

– मलाला यूसुफजई नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली सबसे कम उम्र की प्राप्तकर्ता थीं। उस समय वह सिर्फ 17 साल की थीं।

– 2009 में, पाकिस्तानी कार्यकर्ता ने बीबीसी के साथ काम करना शुरू किया और तालिबान शासन के तहत रहने के बारे में ब्लॉगिंग की, जिसने उन्हें अपने देश में एक राष्ट्रीय व्यक्ति बना दिया। वह लड़कियों की शिक्षा की वकालत करते हुए टेलीविजन पर दिखाई देने लगीं।

– 2012 में, मलाला पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए प्रचार कर रही एक बस में सवार थी, जब तालिबान ने कथित तौर पर वाहन को हाईजैक कर लिया और उसके सिर और गर्दन में गोली मार दी थी।

– 2015 में मलाला यूसुफजई के सम्मान में एक एस्टेरोइड का नाम रखा गया था।

– युवा कार्यकर्ता ने 2018 में फिलॉसफी, इकोनॉमिक्स और पॉलिटिक्स की पढ़ाई करने के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया। पहले, मलाला डॉक्टर बनना चाहती थीं लेकिन, अब उन्होंने राजनीति में रुचि ले ली है।

Read more: Nashik Bus Accident: यात्रियों से भरी बस खाई में गिरी, एक महिला की मौत, कई लोग घायल 

– कार्यकर्ता को 2017 में महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में नामित किया गया था।

विश्व मलाला दिवस 2023 थीम

Malala Day 2023: History of Malala Yousafzai : विश्व मलाला दिवस 2023 का विषय “आई एम मलाला” है। मलाला एक प्रेरणादायक शख्सियत हैं जो महिलाओं के अधिकारों और शिक्षा की पुरजोर वकालत करती हैं। “आई एम मलाला” पुस्तक में प्रसिद्धि का विषय प्रमुख है, जिसमें बताया गया है कि कैसे मशहूर हस्तियां, नायक और रोल मॉडल के रूप में, या तो सामाजिक प्रगति में योगदान दे सकती हैं या इससे ध्यान भटका सकती हैं। मलाला यूसुफजई साहस का प्रतीक हैं क्योंकि वह निडर होकर नफरत का सामना करती हैं और अपने विश्वासों के लिए लड़ती हैं। हत्या के असफल प्रयास से उत्पन्न खतरे के बावजूद, वह अपने उद्देश्य पर कायम रहने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

 

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें