नई दिल्ली।Testicular Cancer: अंडकोष कैंसर बहुत ही दुर्लभ माना जाता है। ये कैंसर युवाओं और किशोरों में ज्यादा होती है। अगर आपकी उम्र 15 से 35 है, तो आपको इस प्रकार के कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। औसतन 33 साल की उम्र में इस प्रकार के कैंसर का होना आम माना जाता है। ये ज्यादातर 30 से 35 साल की उम्र के लोगों को होता है लेकिन 6 फीसदी बच्चे भी इसका शिकार होते हैं। टेस्टिकुलर कैंसर अंडकोष में होता है, जो आपके प्राइवेट पार्ट के ठीक नीचे होता है। ये पुरुषों के यौन हार्मोन और स्पर्म के उत्पादन में मदद करते हैं, जिसकी वजह से प्रजनन में सहायता होती है।
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Testicular Cancer : वैज्ञानिक अभी इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं, कि आखिर अंडकोष कैंसर की असल वजह क्या है..? ऐसे कई कारक हैं जो पुरुषों में इस बीमारी के जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं। अंडकोष का अपनी जगह पर न होना इसका मुख्य कारण है। ये समस्या बच्चों में आम होती है, जिसमें लड़कों के अंडकोष अपनी जगह पर नहीं होते हैं। अंडकोष में दर्द, अंडकोष में सुन्नपन, अंडकोष में असहजता, अंडकोष में सूजन, अंडकोष पर गांठ, जिसकी वजह से आकार में वृद्धि, अंडकोष में भारीपन, पेट के निचले हिस्से में दर्द, पीठ में दर्द ये सभी इसके लक्षण है।
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Testicular Cancer: अगर किसी व्यक्ति के परिवार में अंडकोष कैंसर का इतिहास रहा है तो उसे इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा वे पुरुष जिन्हें अतीत में ये कैंसर होता है उन्हें दूसरे अंडकोष में इस कैंसर के होने की संभावना 12 से 18 फीसदी तक ज्यादा होती है।