ठण्ड में जोड़ो का दर्द बढ़ जाता है जिसके लिए जरुरी है खास ध्यान देने की। शरीर के वो हिस्से जो एक दूसरे अंग को जोड़ने का काम करते हैं उनमे शुरू होने वाले जोड़ों के दर्द जब धीरे -धीरे बढ़ने लगते हैं वही आगे जा कर आर्थराइटिस का प्रमुख कारण बनते है। इसे ही गठिया भी कहते हैं। इसके रोगी के हड्डियों में सूजन, अकड़न और जोड़ों में दर्द होता है। ऐसा जोड़ों में यूरिक एसिड जम जाने से होता है। यूरिक एसिड के जमने से मरीज के जोड़ों में गाठें भी बन जाती हैं। यह बीमारी किसी को भी हो सकती है। मगर अधिकतर मामलों में यह अधिक उम्र के लोगों में ही होता है।इस बीमारी में व्यायाम करना मुश्किल होता है लेकिन अगर सही समय में ये पकड़ आ जाये तो इसमें व्यायाम बहुत अधिक लाभ देते हैं।
व्यायाम ही बेहतर उपाय
मांसपेशियों में दर्द का कोई निश्चित या प्रमाणित कारण नहीं है। माना जाता है कि शरीर पर एटमोस्फेरिक प्रेशर समान रूप से पड़ता है और शरीर को इसकी आदत होती है। मौसम के ठंडे होने पर प्रेशर में परिवर्तन होता है। कोशिकाओं में भी खिंचाव होता है। इसी कारण दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। यह थ्योरी सर्वमान्य नहीं है, क्योंकि सभी लोगों को यह समस्या नहीं होती। दूसरी थ्योरी है कि ठंड के दिनों में लोग घर से कम निकलते हैं और फिजिकल एक्टीविटी भी कम हो जाती है। इस कारण कैल्शियम आयरन के प्रभाव से दर्द की समस्या होती है। अत: ऐसी स्थिति में नियमित व्यायाम और न्यूट्रिशन काफी महत्वपूर्ण है।यदि आर्थराइटिस के लक्षण दिखें तो लापरवाही न बरतें। डॉक्टरकी सलाह लें। निर्देशानुसार एक्सरसाइज करें। इससे हड्डियां और अधिक कमजोर नहीं होती हैं और दर्द से भी छुटकारा मिल जाता है।
वेब डेस्क IBC24