फुटबॉल स्टेडियम के नीचे दबा 2,000 साल पुराना राज: 129 कंकालों की खोज से हुआ चौंकाने वाला खुलासा

discovery of 129 skeletons: विशेषज्ञों का मानना है कि ये अवशेष रोमन साम्राज्य के समय के योद्धाओं के हो सकते हैं, जो लगभग 2,000 साल पहले जर्मनिक जनजातियों के साथ हुए युद्ध में मारे गए थे।

फुटबॉल स्टेडियम के नीचे दबा 2,000 साल पुराना राज: 129 कंकालों की खोज से हुआ चौंकाने वाला खुलासा

discovery of 129 skeletons, image source: aajtak

Modified Date: April 5, 2025 / 08:21 pm IST
Published Date: April 5, 2025 8:18 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 2,000 साल पहले जर्मनिक जनजातियों के साथ हुए युद्ध
  • वियना क्षेत्र में विंडोबोना नामक एक प्रमुख रोमन सैन्य किला

नई दिल्ली : Discovery of 129 skeletons, ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में एक फुटबॉल स्टेडियम की मरम्मत के दौरान एक चौंकाने वाली ऐतिहासिक खोज हुई है। खुदाई के दौरान मजदूरों को जमीन के नीचे एक प्राचीन सामूहिक कब्र मिली, जिसमें कम से कम 129 इंसानों के कंकाल पाए गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये अवशेष रोमन साम्राज्य के समय के योद्धाओं के हो सकते हैं, जो लगभग 2,000 साल पहले जर्मनिक जनजातियों के साथ हुए युद्ध में मारे गए थे।

खोज की शुरुआत कैसे हुई?

यह ऐतिहासिक खोज अक्टूबर 2024 में तब सामने आई जब वियना के सिमरिंग जिले में एक फुटबॉल मैदान का नवीनीकरण किया जा रहा था। निर्माण कार्य के दौरान मजदूरों ने बड़ी संख्या में मानव अवशेष देखे, जिसके बाद पुरातत्वविदों को सूचना दी गई। वियना म्यूज़ियम के पुरातत्व विभाग ने तुरंत खुदाई शुरू की और पता चला कि ये अवशेष पहली शताब्दी के हैं – उस दौर के जब वियना क्षेत्र में विंडोबोना नामक एक प्रमुख रोमन सैन्य किला स्थित था।

अनोखी और दुर्लभ खोज

खुदाई का नेतृत्व कर रहीं पुरातत्वविद माइकेला बाइंडर ने कहा कि यह खोज रोमन युद्धों के संदर्भ में बेहद खास है। आमतौर पर युद्ध स्थलों से केवल हथियार मिलते हैं, लेकिन इतने बड़ी संख्या में युद्ध में मारे गए सैनिकों के अवशेष मिलना असाधारण है।

 ⁠

दाह संस्कार के प्रचलन के बीच कब्र का महत्व

वियना नगर के पुरातत्व विभाग की प्रमुख क्रिस्टीना एडलर-वॉल्फल ने इसे “एक बार जीवन में मिलने वाली खोज” करार दिया। उन्होंने बताया कि उस समय रोमन क्षेत्रों में मृतकों का दाह संस्कार आम था, ऐसे में सामूहिक दफनाई गई कब्रें बहुत दुर्लभ हैं। कंकालों पर गहरे घावों के निशान हैं, जो युद्ध के दौरान हुई हिंसा को दर्शाते हैं। सभी मृतक पुरुष थे, जिनकी उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच थी और उनके दांत काफी स्वस्थ थे, जो उनकी फिटनेस और युवा अवस्था की पुष्टि करते हैं।

मिले कई अहम प्रमाण

खुदाई के दौरान एक खंजर, कवच के टुकड़े, और रोमन सैन्य जूतों (कैलिगे) के कील मिले। एक कंकाल की कूल्हे की हड्डी में फंसा एक लोहे का भाला मिला, जो उस युद्ध की भयावहता का संकेत देता है। कार्बन-14 परीक्षण के अनुसार, इन कंकालों की आयु 80 ईस्वी से 130 ईस्वी के बीच की है।

जांच अभी जारी है

फिलहाल केवल एक कंकाल की पहचान एक रोमन सैनिक के रूप में हुई है। बाकी कंकालों की पहचान के लिए विशेषज्ञ डीएनए और स्ट्रॉन्टियम आइसोटोप विश्लेषण कर रहे हैं, जिससे यह जाना जा सके कि ये सैनिक किस पक्ष से ताल्लुक रखते थे। वियना म्यूज़ियम की टीम ने हाल ही में इस खोज पर पहली सार्वजनिक प्रस्तुति दी और इसे “सैन्य पृष्ठभूमि में एक विनाशकारी घटना” बताया।

यह खोज न सिर्फ वियना के अतीत को उजागर करती है, बल्कि यह रोमन इतिहास में हुई लड़ाइयों और उनके प्रभावों को भी नए सिरे से समझने का मौका देती है।

read more: Gadara Village Violance: हटाई गई SDOP अंकिता.. पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में किया अटैच, लाश मिलने के मामले में कार्रवाई

read more: Bhopal News: सेमरा के एकतापुरी में नई शराब दुकान खोले जाने का विरोध


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com