PDS का चावल घोटाले पर बड़ी कार्रवाई, जनपद उपाध्यक्ष की पत्नी समेत 5 लोगों पर FIR दर्ज
Big action on PDS rice scam: चौंकाने वाली बात यह है कि सीमा जायसवाल इससे पहले भी गबन के मामले में जेल जा चुकी हैं। वर्तमान में वह ग्राम पंचायत बेबदी में पंचायत सचिव के पद पर पदस्थ हैं।
Big action on PDS rice scam, image source: ibc24
- संभागायुक्त ने दिए एफआईआर के आदेश
- PDS के तहत आवंटित चावल के वितरण में गड़बड़ी का मामला
वाड्रफनगर: Big action on PDS rice scam वाड्रफनगर जनपद उपाध्यक्ष की पत्नी सीमा जायसवाल सहित 4 अन्य लोगों पर रघुनाथनगर थाने में FIR दर्ज की गई है। आरोप है कि इन लोगों ने हितग्राहियों से जबरन अंगूठा लगवाकर PDS का चावल गबन किया। इस मामले में ग्राम पंचायत बेबदी के पूर्व और वर्तमान सरपंच के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि सीमा जायसवाल इससे पहले भी गबन के मामले में जेल जा चुकी हैं। वर्तमान में वह ग्राम पंचायत बेबदी में पंचायत सचिव के पद पर पदस्थ हैं। खाद्य विभाग की तफ्तीश और सरगुजा कमिश्नर के सख्त निर्देशों के बार प्रशासन ने मामले पर FIR दर्ज करवाया है।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर जनपद में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत आवंटित चावल के वितरण में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। सरगुजा कमिश्नर के निर्देश पर खाद्य विभाग द्वारा की गई जांच के बाद जनपद उपाध्यक्ष पवन जायसवाल की पत्नी (सचिव) सीमा जायसवाल सहित पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत बेबदी में पदस्थ पंचायत सचिव सीमा जायसवाल पर आरोप है कि उन्होंने हितग्राहियों से अंगूठा लगवाकर PDS का चावल खुद हड़प लिया। इस गबन में पूर्व सरपंच जगमति, पूर्व सरपंच पति जीतलाल, सहायक विक्रेता संतोष पण्डो और तौलक कन्हैया लाल भी शामिल हैं।

संभागायुक्त ने दिए एफआईआर के आदेश
सूत्रों के अनुसार, यह गड़बड़ी लंबे समय से जारी थी। मामले में स्थानीय ग्रामीणों की शिकायतों के आधार पर उच्च स्तरीय जांच शुरू हुई, जिसमें गबन की पुष्टि हुई। सरगुजा संभाग कमिश्नर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए खाद्य विभाग को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए. इसके बाद रघुनाथनगर थाना में सीमा जायसवाल सहित 5 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बड़ी बात यह है कि जनपद उपाध्यक्ष की पत्नी सीमा जायसवाल पूर्व में भी एक गबन के मामले में जेल जा चुकी है। इसके बावजूद वे पंचायत सचिव के पद पर बनी रही। अब ताजा खुलासे के बाद ग्राम पंचायत बेबदी समेत आसपास के ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से जरूरतमंदों का हक मारा जा रहा था, और अब जब सच्चाई सामने आई है।

Facebook



