Deputy Chief Minister Jagdish Devda, image source: inc X handle
नईदिल्ली: Deputy Chief Minister Jagdish Devda, कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम मोदी और बीजेपी से मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री विजय शाह को बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मांग की है कि अगर नरेंद्र मोदी के मन में सेना के लिए तनिक भी सम्मान है तो वह जगदीश देवड़ा और विजय शाह को बर्खास्त करें, वरना इसे नरेंद्र मोदी की मौन सहमति और पूर्ण संरक्षण माना जाएगा।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अभी 48 घंटे भी नहीं बीते हैं, जब मंत्री विजय शाह ने देश की सबसे होनहार और वीर बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में घिनौनी टिप्पणी की थी। इस पूरे मामले में BJP ने मंत्री विजय शाह पर कोई कार्रवाई नहीं की। मध्य प्रदेश और केंद्र की BJP सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, जब तक जबलपुर हाई कोर्ट ने FIR करने का निर्देश नहीं दिया।
विजय शाह पर कोर्ट के आदेश के बाद FIR हुई भी तो उसकी पोल खुल गई। इससे साफ है कि BJP विजय शाह को बचाने में जुटी है। मध्य प्रदेश के जबलपुर हाई कोर्ट ने कल कहा था कि —
• विजय शाह पर दर्ज FIR सिर्फ और सिर्फ दिखावा है
• FIR में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे संज्ञेय अपराध दर्शाया जा सके
• FIR का ड्राफ्ट ही ऐसा बनाया गया ताकि आसानी से रद्द हो सके
• FIR में सुधार होना चाहिए, बिना हस्तक्षेप के, बिना दबाव के इस मामले की जांच आगे बढ़ाई जाए और सुनवाई फिर से होगी
ये मध्य प्रदेश की सरकार, पुलिस और BJP की असलियत है।
Deputy Chief Minister Jagdish Devda, कांग्रेस नेत्री ने आगे यह भी कहा कि हमारे देश में सेना का सम्मान सर्वोच्च है। हमारा देश बार-बार सेना के प्रति कृतज्ञता दर्शाता है और हमारे सैनिकों का आदर पूरे देश में है। लेकिन BJP लगातार सेना और सैनिकों प्रति के ऐसी अपमानजनक बातें इसलिए कहती है, क्योंकि इनकी रगों में बलिदान का नहीं, मुखबिरी का खून है।
BJP के लोग ये सब PM मोदी से सीखते हैं, क्योंकि नरेंद्र मोदी खुद कहते थे कि एक व्यापारी के अंदर सैनिक से ज्यादा साहस है। सच तो ये है कि यह वही सरकार है, जिसने गलवान में जवानों की शहादत के बाद ये तक कह दिया था कि- ‘कोई घुसा हुआ नहीं है’ लेकिन ये देश अपनी सेना का अपमान देख मूकदर्शक नहीं बनेगा और हम तो कतई नहीं बनेंगे, इसलिए हमारी मांग है कि अगर नरेंद्र मोदी के मन में सेना के लिए तनिक भी सम्मान है तो वह जगदीश देवड़ा और विजय शाह को बर्खास्त करें, वरना इसे नरेंद्र मोदी की मौन सहमति और पूर्ण संरक्षण माना जाएगा।