Independence of Balochistan: Baloch leader declared independenc

Independence of Balochistan: बलूच नेता ने पाकिस्तान से आजादी का किया ऐलान, कहा- बलूचिस्तान अब पाक का हिस्सा नहीं, भारत से मांगा समर्थन

बलूच नेता ने पाकिस्तान से आजादी का किया ऐलान...Independence of Balochistan: Baloch leader declared independence from Pakistan

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Modified Date: May 15, 2025 / 08:46 AM IST
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Published Date: May 15, 2025 8:45 am IST

इस्लामाबाद: Independence of Balochistan: बलूचिस्तान में आज़ादी की आवाज़ एक बार फिर तेज़ हो गई है। बलूच नेता मीर यार बलूच ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि बलूचिस्तान अब पाकिस्तान का हिस्सा नहीं रहा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर यह दावा किया कि बलूच जनता ने अपना राष्ट्रीय फैसला ले लिया है और अब उन्हें पाकिस्तान से अलग एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए।

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Independence of Balochistan:मीर यार बलूच ने अपनी पोस्ट में अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर भारत से समर्थन की अपील करते हुए कहा की बलूचिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान के ज़ुल्म और अत्याचार के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाया है। हमारा राष्ट्रीय फैसला स्पष्ट है हम आज़ाद हैं। दुनिया को अब चुप नहीं रहना चाहिए, और हमें नैतिक, कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन देना चाहिए।

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Independence of Balochistan: उन्होंने यह भी कहा कि बलूचिस्तान के नागरिक दशकों से मानवाधिकार उल्लंघन, जबरन गुमशुदगियों और सैन्य दमन का सामना कर रहे हैं। मीर यार बलूच ने भारत समेत वैश्विक लोकतांत्रिक देशों से अपील की है कि बलूचिस्तान के स्वतंत्र राष्ट्र के दावे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया जाए।

बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग कब से चल रही है?

बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग 1948 से ही शुरू हो गई थी, जब पाकिस्तान में इसका विलय हुआ था। तब से अब तक कई बलूच नेता और संगठन इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं।

बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग के पीछे मुख्य कारण क्या हैं?

बलूच नेता मानवाधिकार उल्लंघन, जबरन गुमशुदगी, सैन्य दमन और राजनीतिक उपेक्षा को बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग के मुख्य कारण बताते हैं।

क्या मीर यार बलूच का बयान बलूचिस्तान की आज़ादी को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिला सकता है?

मीर यार बलूच का बयान एक राजनीतिक घोषणा है, परंतु अंतरराष्ट्रीय मान्यता के लिए वैश्विक समर्थन और राजनयिक प्रयास आवश्यक होंगे।

क्या भारत बलूचिस्तान की आज़ादी का समर्थन करता है?

भारत ने आधिकारिक रूप से बलूचिस्तान की आज़ादी का समर्थन नहीं किया है, लेकिन कुछ अवसरों पर बलूच मानवाधिकारों के मुद्दे पर आवाज़ उठाई गई है।

बलूचिस्तान की आज़ादी का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में क्यों नहीं उठाया गया?

बलूचिस्तान की आज़ादी का मुद्दा अब तक बड़े स्तर पर संयुक्त राष्ट्र में नहीं उठा है, क्योंकि इसके लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय समर्थन और सदस्य देशों की पहल की आवश्यकता होती है।