जगदलपुर: Chitrakote news, लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात पर्यटन केंद्र में जमकर बवाल देखा गया है। लोहंडीगुड़ा एसडीएम नीतीश वर्मा ने समिति द्वारा संचालित नाका को अवैध बताते हुए सील कर दिया। जिसके बाद आक्रोशित नाका समिति ने गांव के सरपंच भंवर मौर्य के नेतृत्व में मारडूम चौक में चित्रकोट मार्ग को जाम करते हुए प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।
दरअसल गांव के लोगों की एक समिति इस नाके का संचालन करती है। चित्रकोट पर्यटन स्थल घूमने आने वाले पर्यटकों से वाहन प्रवेश एवं पार्किंग के नाम पर समिति द्वारा लंबे समय से शुल्क वसूला जाता है, एसडीएम ने उक्त समिति को अवैध करार देते हुए नाका को ही सील कर दिया।
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Chitrakote news, इस मामले में गांव के सरपंच भंवर मौर्य का कहना है कि मार्च महीने में ही ग्राम सभा कर नई समिति को नाका की जिम्मेदारी दी गई थी। जबकि पुरानी समिति द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया, पुरानी समिति पर कोई कार्यवाही न करते हुए नई समिति के काम पर प्रतिबंध लगाने का काम किया गया है। गांव के सरपंच भंवर मौर्य ने लोहंडीगुड़ा एसडीएम के मेहमानों के लिए उचित व्यवस्था समिति द्वारा नहीं किए जाने के चलते यह कार्यवाही करने का आरोप लगाया। तकरीबन 5 घंटे तक समिति के सदस्य कड़ी धूप में सड़क के बीचोबीच प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे।
इस दौरान चित्रकोट घूमने आए पर्यटक भी सड़क जाम होने की वजह से परेशान रहे, मौके पर लोहंडीगुड़ा एसडीएम नीतीश वर्मा, तहसीलदार कैलाश पोयम, एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी, लोहंडीगुड़ा थाना प्रभारी रवि कुमार बैगा, प्रदर्शन कर रहे लोगों को मनाते रहे, लेकिन बात नहीं बनी। जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर सख्ती दिखाते पुलिस को बल प्रयोग कर सड़क से हटाने का आदेश दिया। जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने देखते ही देखते महज कुछ मिनट में ही प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटा कर लोहंडीगुड़ा थाने पहुंचा दिया।
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अपने ऊपर लगे आरोपों पर एसडीएम नीतीश वर्मा ने कहा पर्यटन स्थल में नाका का संचालन गैर कानूनी तरीके से किया जा रहा था। इसको लेकर उनके पास शिकायत की गई थी। इसको लेकर वर्तमान समिति को उन्होंने सूचना भी दी समिति पंजीकृत भी नहीं थी, कथित तौर पर जिस ग्राम सभा में नई समिति को नाका संचालन का आदेश दिया गया। उस ग्राम सभा में महज 25 लोगों के ही दस्तखत है, इनमें से अधिकतर समिति संचालक हैं। इसीलिए समिति के जांच के आदेश दिए गए हैं और जो लोग चक्का जाम कर अवरोध उत्पन्न कर रहे थे, उनके खिलाफ एफ आई आर किया जा रहा है।