Reported By: Sharad Agrawal
,Health Minister at liquor shop, image source: ibc24
पेंड्रा: Health Minister at liquor shop छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री आज एकाएक अस्पताल की जगह शराब की दुकान पहुंच गये। उनके अचानक पहुंचने से जहां एक ओर हड़कंप मच गया, तो वहीं दूसरी ओर तरह तरह की चर्चांए अलग शुरू हो गयीं। हालाकि बाद में स्वास्थ्य मंत्री अपने इस निरीक्षण को सतत निरीक्षण की प्रक्रिया बतलाते हुये अवैध शराब पर अंकुश लगाने की बात कही।
दरअसल, आज स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल गौरेला—पेंड्रा—मरवाही जिले के दौरे पर रहे। यहां उनको सुशासन शिविर मेंं शामिल होना था और वो इसके पहले अचानक पेंड्रा के शराब दुकान पहुंच गये। उनके साथ जिले की कलेक्टर लीना कमलेश मंडाबी भी मौजूद थी। वो शराब दुकान में शराब की सभी वैरायटी के स्टॉक के बारे में जानकारी ली। साथ ही शराब की बिक्री और शराब लेने आने वालों के बीच कोई लॉ एंड आर्डर की स्थिति न बनने पाये इस बाबत निर्देश दिये।
Health Minister at liquor shop बाद में मीडिया के जवाब में उन्होने कहा कि लोगों को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है और कोई गड़बड़ी तो नहीं है, इन सब बातों के मद्दइेनजर मैं गया था, चूंकि ये बॉर्डर का इलाका है। ऐसे में यहां की दुकानों में सभी वैरायटी की शराब है कि नहीं ये भी देखने गया था, ताकि लोगों को सभी प्रकार की शराब मिल रही है। उन्होने कहा कि सरकार का काम शराब दुकान को सफल रूप से चलाना भी उतना ही जरूरी है जितना कि अन्य काम। अवैध शराब की बिक्री से सरकार को राजस्व का नुकसान होता था।
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उन्होने आरोप लगाया कि पिछली सरकार कुछ विशेष ब्रांड की शराब ही पिला रही थी, जिससे राजस्व की भी हानि हो रही थी। इसको सतत रूप से मॉनिटरिंग करना हमारा काम है। केवल ये नहीं कि शराबियों को शराब पिलाना हमारा मकसद है। वहीं उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश की शराब यदि छत्तीसगढ़ में बिके तो ये रोकना हमारा काम है। उन्होने कहा कि हमारे घोषणापत्र में शराबबंदी नहीं थी पर हम एक साथ शराब बंद नहीं कर सकते, धीरे धीरे शराब बंदी की ओर बढ़ रहे हैं।