Bilaspur news: छत्तीसगढ़ में दिखा नए वक्फ कानून का असर! किराया नहीं देने वाले किराएदारों का पुराना एग्रीमेंट रद्द

Bilaspur news: छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने अब इस पर बड़ा एक्शन लिया है। सभी 42 किराएदारों का पुराना किराया एग्रीमेंट निरस्त कर दिया गया है। सरकारी गाइडलाइन के हिसाब से अब किराएदारों को नए एग्रीमेंट के साथ वर्तमान दर पर संपत्ति का किराया देना होगा।

Bilaspur news: छत्तीसगढ़ में दिखा नए वक्फ कानून का असर! किराया नहीं देने वाले किराएदारों का पुराना एग्रीमेंट रद्द

Bilaspur news, image source: ibc24

Modified Date: June 24, 2025 / 06:53 pm IST
Published Date: June 24, 2025 6:40 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 42 किराएदारों का पुराना किराया एग्रीमेंट निरस्त
  • 23 हजार की जगह बढ़कर 5 लाख 40 हजार आएगा किराया

बिलासपुर: Bilaspur news, छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड ने बड़ा कदम उठाते हुए बिलासपुर में वक्फ संपत्तियों का लंबे समय से किराया नहीं देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की है। वक्फ बोर्ड ने 42 किराएदारों का पुराना किराया एग्रीमेंट निरस्त कर दिया है। अब सरकारी गाइडलाइन के हिसाब से किराएदारों को वर्तमान दर पर संपत्ति का किराया देना होगा। इसके साथ ही वक्फ बोर्ड ने पुराना किराया भी चार किस्तों में पटाने का निर्देश दिया है।

42 किराएदारों का पुराना किराया एग्रीमेंट निरस्त

दरअसल, प्रदेश सहित बिलासपुर में वक्फ बोर्ड की करोड़ों की संपत्ति है। कई जगहों पर वक्फ की संपत्तियों को दुकान बनाकर किराए पर दिया गया है। बिलासपुर शहर के चाटापारा क्षेत्र में ऐसे 42 किरायेदार हैं, जो 1974 से वक्फ की संपत्ति पर किराए पर हैं। लेकिन आज भी उनका किराया 20 रूपये से अधिकतम 400 रुपए तक ही है।

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने अब इस पर बड़ा एक्शन लिया है। सभी 42 किराएदारों का पुराना किराया एग्रीमेंट निरस्त कर दिया गया है। सरकारी गाइडलाइन के हिसाब से अब किराएदारों को नए एग्रीमेंट के साथ वर्तमान दर पर संपत्ति का किराया देना होगा।

 ⁠

23 हजार की जगह बढ़कर 5 लाख 40 हजार आएगा किराया

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने बताया कि, इस कार्रवाई के बाद जहां सालाना किराया 23 हजार के आसपास आता था। वह अब बढ़कर 5 लाख 40 हजार के आसपास हो जाएगा। पैसे को समाज हित में खर्च किया जाएगा। संशोधित वक्फ बिल का उद्देश्य भी यही है कि, वक्फ की संपत्तियों का समाज हित में उपयोग हो, समाज को उसका लाभ मिले। जाहिर है कि नए वक्फ कानून का असर अब छत्तीसगढ़ में दिखाई देने लगा है।

read more: भारत को पहले सत्र में नहीं मिली सफलता, इंग्लैंड के बिना किसी नुकसान के 117 रन

read more:  Mungeli Accident News: ड्यूटी से लौट रहे पुलिस आरक्षक को ट्रक ने कुचला, मौके पर दर्दनाक मौत


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com