Vibhajan Vibhishika Smriti Diwas 2025: 14 अगस्त को हुआ दुनिया का सबसे बड़ा विस्थापन, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर जानें दर्द भरी दास्तां

Vibhajan Vibhishika Smriti Diwas 2025: इस दिन उन अनगिनत पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने विभाजन की भयावहता झेली और कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने जीवन को फिर से संवारा।

Vibhajan Vibhishika Smriti Diwas 2025: 14 अगस्त को हुआ दुनिया का सबसे बड़ा विस्थापन, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर जानें दर्द भरी दास्तां

Vibhajan Vibhishika Smriti Diwas 2025

Modified Date: August 13, 2025 / 08:26 pm IST
Published Date: August 13, 2025 8:23 pm IST
HIGHLIGHTS
  • विभाजन का दर्द और देश की प्रगति
  • प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
  • देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता : pm मोदी

नई दिल्ली: Vibhajan Vibhishika Smriti Diwas 2025, आजादी से एक दिन पहले हुए भारत के विभाजन और उस दौरान मारे गए व विस्थापित लाखों लोगों की स्मृति में भारतीय जनता पार्टी 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ (Vibhajan Vibhishika Smriti Diwas) के रूप में मना रही है। इस दिन उन अनगिनत पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने विभाजन की भयावहता झेली और कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने जीवन को फिर से संवारा। इतिहास में इसे मानव जाति के सबसे बड़े विस्थापनों में से एक माना जाता है, जिसमें लगभग 2 करोड़ लोग प्रभावित हुए और लाखों परिवारों को अपने पैतृक स्थानों को छोड़ना पड़ा।

विभाजन का दर्द और देश की प्रगति

Partition Horrors Remembrance Day: 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली, लेकिन इसी के साथ देश को विभाजन का गहरा घाव भी झेलना पड़ा। स्वतंत्रता दिवस का अवसर जहां खुशी और गर्व का प्रतीक है, वहीं विभाजन की त्रासदी लाखों भारतीयों की पीड़ा और बलिदान की याद दिलाती है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन विभाजन का दर्द इतिहास के पन्नों में अमिट है।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा के कारण लाखों बहनों-भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और कई ने अपनी जान गंवा दी। उनके संघर्ष और बलिदान की स्मृति में ही 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने का निर्णय लिया गया है। यह दिन हमें भेदभाव और दुर्भावना को समाप्त कर एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाओं को मजबूत करने की प्रेरणा देता है।”

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जेपी नड्डा का वक्तव्य

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस 1947 की उस क्रूर घटना की याद दिलाता है, जब राजनीतिक स्वार्थ के लिए हमारे महान राष्ट्र को बांट दिया गया। इस दौरान करोड़ों लोगों ने पलायन का दर्द, घर-बार और संपत्ति से वंचित होने की पीड़ा, और अपनों को खोने का आघात सहा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस दिवस का आयोजन हमें उन काले अध्यायों की याद दिलाता है और देश को अखंड, शक्तिशाली और महान बनाने की दिशा में प्रेरित करता है।”

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com