2 साल तक की कड़ी मेहनत.. जनरल केटेगरी में हासिल किए इतने अंक, छत्तीसगढ़ के बी गीतांश मूर्ती ने पास की नीट परीक्षा
Chhattisgarh's B Geetansh Murthy cracks NEET exam 2023 छत्तीसगढ़ के बी गीतांश मूर्ती ने पास की नीट परीक्षा
Chhattisgarh's B Geetansh Murthy cracks NEET exam 2023
Chhattisgarh’s B Geetansh Murthy cracks NEET exam 2023
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में बी गीतांश मूर्ती ने NEET 2023 में 720 अंक में से 678 अंक लाकर भारत के टॉप 1800 स्टूडेंट की सूची में 1784 रैंक हासिल किया। जगदलपुर के रहने वाले बी गीतांश मूर्ती ने देश की प्रतिष्ठित मेडिकल परिक्षा NEET 2023 में 720 अंक में से 678 अंक लाकर भारत के टॉप 1800 स्टूडेंट की सूची में 1784 रैंक हासिल किया है। जनरल केटेगरी में गीतांश ने आल इंडिया रैंक 1096 प्राप्त किया एवं एम्स जैसे भारत के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की पात्रता हासिल की है। बता दें कि इस परीक्षा में पूरे देश के लगभग 21 लाख स्टूडेंट ने भाग लिया था।
Read More: आर्थिक स्थिति कमजोर पर मजबूत थे इरादे.. कुम्हार की बेटी ने NEET परीक्षा में पाई सफलता
अपने पहले प्रयास में गीतांश ने फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी विषयो में 99.91 परसेंटाइल के साथ आल इंडिया रैंक 1784 हासिल किया। जगदलपुर में 8 वीं तक स्थानीय दीप्ति कान्वेंट स्कूल में शिक्षा हासिल करने के बाद गीतांश ने विशाखापटनम, आंध्र प्रदेश व कोटा राजस्थान में भी आगे की पढ़ाई पूरी की। साथ ही कोटा से NEET परीक्षा की कोचिंग प्राप्त की। 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद गीतांश को Neet 2023 में सफलता प्राप्त हुई। गीतांश के पिता डॉ बी प्रकाश मूर्ती यूनानी चिकित्सा अधिकारी के पद पर शासकीय यूनानी औषधालय जगदलपुर में पदस्थ है।
Read More: आजतक नहीं देखा होगा ऐसा नजारा..! जाम छलकाने वालों ने ही गिराई शराब दुकान की शटर, जानिए क्या है वजह
गीतांश की माता बी मीना मूर्ती ने बताया कि इस तरह की बड़ी परीक्षाओं में बच्चों पर बहुत दबाव होता है। बच्चों पर मानसिक दबाव कैसे कम किया जाये इसकी पूरी कोशिश माता -पिता व परिवार के बाकी सदस्यों को करनी चाहिए। गीतांश के पिता डॉ मूर्ती ने कहा 21 लाख बच्चों में टॉप जगह पाना आसान नहीं, बहुत हाई लेवल का कॉम्पिटिशन बच्चे फेस कर रहे हैं। बस्तर जैसे छोटे स्थान से यदि कोई प्रतिभा किसी भी क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर निकलती है तो ये बडी बात है। इससे स्थानीय बच्चों और उनके माता पिता को प्रेरणा मिलती है और बच्चे बड़े संघर्ष के लिए तैयार होते हैं। IBC24 से नरेश मिश्रा की रिपोर्ट
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Facebook



