Officer seen cleaning the pond under Dalpat Sagar cleanliness drive: जगदलपुर। शहर के सबसे पुराने और ऐतिहासिक दलपत सागर की सफाई योजना धरी की धरी रह गई है। नगर निगम ने दलपत सागर को पूरी तरह स्वस्थ करने के लिए 6 करोड़ रुपये की लागत से विशेष मशीन का भी प्रावधान किया था, लेकिन कुछ महीने काम करने के बाद अब इस मशीन से साफ सफाई का काम भी ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।
लगातार बढ़ती जलकुंभी को देखते हुए दलपत सागर बचाओ अभियान के पदाधिकारियों ने आखिरकार तालाब में उतरने की तैयारी शुरू की। पहले ही दिन चलाए गए अभियान में दलपत सागर से करीब 1 क्विंटल से अधिक की जलकुंभी निकाली गई है।
इससे पहले भी तालाब की गंदगी साफ करने में असफल नगर निगम की कोशिशों के बीच 2019 में और 2020 में 90 दिनों तक दलपत सागर बचाओ अभियान के सदस्यों ने तालाब की सफाई का अभियान छेड़ा था। एक बार फिर से तालाब की गंदगी को देखते हुए रोजाना शनिवार और रविवार सुबह 7:00 बजे से दलपत सागर बने गार्डन की सफाई के साथ जलकुंभी की सफाई भी सदस्य कर रहे हैं। IBC24 से नरेश मिश्रा की रिपोर्ट
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