mobile watch addiction
how to Reduce Mobile Addiction: नई दिल्ली। मोबाइल फोन जिंदगी का हिस्सा बन गया है। देर रात तक और सुबह उठते ही मोबाइल का इस्तेमाल आम बात है। यह लत किसी नशे से कम नहीं, इसे छोड़ना उतना ही मुश्किल है जितना कि किसी नशेड़ी से नशा छुड़ाना। सुबह उठते ही मोबाइल देखने के नुकसान के बारे में बता रही हैं मनोवैज्ञानिक योगिता कादियान। आलम यह है कि मोबाइल के बिना लोगों को नींद भी नहीं आती। बात यहीं पर खत्म नहीं होती, बिस्तर से उठते ही हाथ में मोबाइल होना जरूरी है। क्या आपको इसका अंदाजा है कि जागते ही मोबाइल की लत आपको कितना नुकसान पहुंचा सकती है।
इन बीमारियों के हो सकते हैं शिकार
Mobile Watch Addiction: चिंता और तनाव : सुबह उठते ही मोबाइल हाथ में लिया तो फोन मैसेजेस, ई-मेल्स, रिमांडर, इंस्टाग्राम पोस्ट्स आदि से भरा होता है, जो चिंता और तनाव की वजह बन सकता है। नींद से उठते ही अगर सोशल मीडिया चेक करने लगते हैं तो दिमाग उसी में बंध जाता है और गैर-जरूरी जानकारियों से भर जाता है। दिन की शुरुआत तनाव और चिंता से करना सेहत के लिए ठीक कतई नहीं है।
Mobile Watch Addiction: चिड़चिड़ापन : सुबह उठते ही मोबाइल फोन देखने से न चाहते हुए भी चिड़चिड़ापन आ जाता है। सुबह के रूटीन की शुरुआत मोबाइल से होने पर स्वभाव में बदलाव आ सकता है। इसका कारण यही है कि सुबह उठकर मोबाइल में अलग कोई ऐसी बात देख ली जो नकारात्मक है तो इसका सीधा असर मूड पर पड़ता है। बात-बात पर गुस्सा आना भी इसकी वजह से हो सकता है।
कार्यक्षमता पर असर: सुबह उठते ही नोटिफिकेशन देखने के बाद कई बार दिमाग उसी विषय में सोचने लगता है। इससे दूसरे काम में मन नहीं लगता और कार्यक्षमता पर असर पड़ता है।