1. अगर आप अपने बच्चे का ठीक से ध्यान नहीं रखते हैं तो वो इमोशनली उपेक्षित महसूस करेगा और वो दूसरों की भावनाओं का सम्मान करना नहीं सीखेगा। इसलिए बच्चों की सभी जरूरतों का ध्यान रखें और उनकी बातों को समझें, उनकी खुशी और बुरे पल, दोनों वक्त में उनके साथ खड़े रहें।
2.बच्चे सीखने की प्रक्रिया में होते हैं और उनके लिए अपने इमोशन पर कंट्रोल करना बेहद मुश्किल होता है। जब तक कि वो खुद के इमोशन पर काबू करना न सीख जाएं, पैरेंट्स को ये अपेक्षा रखने के बजाए कि उनका बच्चा हमेशा विनम्रता से पेश आए। हमेशा बच्चों के साथ धीरज के साथ बच्चों को सिखाना चाहिए।
4. अगर आप दूसरों के प्रति उदार नहीं हैं खासकर, जो आपसे कम पैसे वाले लोग हैं और उम्र में छोटे हैं, तो आपका बच्चा भी आपसे वही सीखता है।
बच्चे माता-पिता को देखकर बड़े होते हैं और उन्हें देखकर बहुत कुछ सीखते हैं इसलिए आप भी वैसे बनें जैसा आप अपने बच्चे को देखना चाहते हैं।
5. बच्चों को दूसरों से अपनी चीजें शेयर करना सिखाएं। अगर उन्हें अपनी चीजें दूसरों को देने और दूसरे बच्चों के साथ टिफिन शेयर करने की शिक्षा बचपन से नहीं मिलेगी तो बड़े होकर भी वो अकेले खाने, रहने के आदी हो जाएंगे।
Parents mistake : इन सभी बातों को अगर गंभीरता से ध्यान दिया जाए तो आप अपने बच्चों की परवरिश सही तरीके से कर सकते हैं।