नई दिल्ली। child will be born without a mother? : कहा जाता है की मौत के कई रास्ते है लेकिन जन्म लेने का सिर्फ एक, और वो है ‘मां’। भगवान ने एक बच्चे को जन्म देने का अधिकार और शक्ति सिर्फ एक औरत को दी है। लेकिन वैज्ञानिकों की इस नई खोज ने हर किसी को हैरान कर दिया है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी मशीन बनाई है जिससे बिना मां की कोख के बच्चे पैदा किये जा सकेंगे।
दरअसल, भविष्य में मां की कोख के बजाय इन्सानों के बच्चे फैक्टरी में पैदा होंगे। विज्ञान के क्षेत्र में यह नई खोज काफी चौकाने वाली है। इस आधुनिक तकनीक से उन मां-बाप को उम्मीद मिलेगी जिनके बच्चे पैदा नहीं हो पा रहे है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एक्टोलाइफ नामक कंपनी उन सभी महिला-पुरुषों की मदद का दावा कर रही है, जिनके किसी भी कारण से बच्चे पैदा नहीं हो पा रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट ने ये दावा किया है कि दुनिया की पहली कृत्रिम गर्भ सुविधा से फैक्टरी में हर साल 30 हजार बच्चे जन्म लेंगे। इसके साथ ही कृत्रिम बच्चे पैदा करने वाली कंपनी एक्टोलाइफ के वैज्ञानिकों का यह भी दावा है कि माता-पिता चाहें तो बच्चे के जीन में बदलाव भी करा सकते हैं। उन्होंने दावा किया है कि बच्चे की ‘कोई भी खासियत’ जैसे बालों का रंग, आंखों का रंग, ऊंचाई, बुद्धि और त्वचा के रंग को आनुवंशिक रूप से 300 से अधिक जीनों के माध्यम से बदला जा सकता है।
If the existence of IVF pregnancies looked like a miracle to you, here is a bizarre development that will surely blow your mind away!
A scientist has presented the concept of world's first-ever "artificial womb factory" — ECTOLIFE, with birth pods to carry the baby to full term. https://t.co/9zDOITu0w0
— The Weather Channel India (@weatherindia) December 15, 2022
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child will be born without a mother? : एक्टोलाइफ वैज्ञानिकों और इस पूरी प्रक्रिया की शुरुआत करने वाले हासिम अल गायली ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दुनिया का पहला कृत्रिम भ्रूण केंद्र दिखाया गया है। इसमें बच्चे को विकसित होते हुए देखा जा सकता है।
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‘वैज्ञानिकों के मुताबिक, कृत्रिम कोख में बच्चे मां के गर्भ की तरह ही सुरक्षित रहेंगे। इस दौरान उनके खान-पान और उनसे जुड़ी बीमारियों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। ग्रोथ पॉड में सेंसर भी होगा जो बच्चे के महत्वपूर्ण संकेतों जैसे दिल की धड़कन, रक्तचाप, सांस लेने की दर और ऑक्सीजन की निगरानी करेगा। हर पॉड (जिसमें भ्रूण पल रहा होगा) को एक स्क्रीन से जोड़ा गया है, जहां कोई भी मां-बाप अपने बच्चे के विकास की प्रक्रिया को सीधे तौर पर देख सकते हैं।
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कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि, यह सुविधा फिलहाल वास्तव में मौजूद नहीं है लेकिन वीडियो में यह दावा किया गया है कि इसका उद्देश्य जनसंख्या में गिरावट से पीड़ित देशों यह है उद्देश्य की मदद करना है। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक गर्भावस्था में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दुनिया भर में हर साल 3 लाख महिलाओं की मौत होती है। ऐसे में इस तकनीक से महिलाओं को भी गर्भ से संबंधित होने वाली तकलीफों से छुटकारा मिल जाएगा।