SarkarOnIBC24: कम मतदान..किसका नफा-नुकसान? चारों चरणों में पिछली बार से कम वोटिंग | MP Voting Percentage 2024

SarkarOnIBC24: कम मतदान..किसका नफा-नुकसान? चारों चरणों में पिछली बार से कम वोटिंग

MP Voting Percentage 2024: SarkarOnIBC24: कम मतदान..किसका नफा-नुकसान? चारों चरणों में पिछली बार से कम वोटिंग

Edited By :   Modified Date:  May 14, 2024 / 11:43 PM IST, Published Date : May 14, 2024/11:32 pm IST

भोपाल: MP Voting Percentage 2024 मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में मतदान हो चुका है। अब सभी को 4 जून का इंतजार है जब ईवीएम में कैद जनता का फैसला आएगा। उससे पहले मध्यप्रदेश में वोटिंग परसेंटेज को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल इस बार चारों चरणों में कुल मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव के मुकाबले गिरा है। अब कम मतदान को कांग्रेस अपनी जीत की उम्मीद के रूप में देख रही है तो भाजपा क्लीन स्वीप का दावा कर रही है।

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MP Voting Percentage 2024 मध्यप्रदेश में हुई कम वोटिंग ने सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म कर रखा है। क्योंकि इस बार मध्यप्रदेश में चारों चरणों में 2019 के चुनावों के मुकाबले कम वोटिंग हुई है। ऐसे में राजनीतिक दल इसे अपने अपने स्तर पर नफे नुकसान के तराजू में तौल रहे हैं। कम वोटिंग परसेंटेज पर कांग्रेस के दावे बड़े हैं कि इस बार कांग्रेस पिछली बार के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन करने वाली है। कांग्रेसियों का मानना है कि कम वोटिंग परसेंटेज बताता है कि जनता में मोदी सरकार के कामों के प्रति नाराजगी है।

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वहीं भाजपा का दावा है कि इस बार एमपी में पार्टी क्लीन स्वीप करने जा रही है। भाजपा कॉन्फिडेंस के साथ कहती है कि 4 जून को कांग्रेस के दावों की हवा निकल जाएगी।

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बता दें कि 19 अप्रैल को पहले चरण में मध्यप्रदेश की 6 सीटों पर 67.8 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 6 सीटों पर महज 59 फीसदी वोटिंग हुई, जो 2019 के मुकाबले करीब 8 फीसदी कम है। 7 मई को तीसरे चरण में 9 सीटों पर 66.75 फीसदी मतदान हुआ और 13 मई को चौथे और आखिरी चरण में बची हुई 8 सीटों पर 71.72फीसदी वोटिंग हुई। जो 2019 के मुकाबले करीब 4 फीसदी कम है। वहीं इस बार के चारों फेज में सबसे ज्यादा छिंदवाड़ा में 79.83% और रीवा में सबसे कम 49.42% मतदान हुआ है। इस बार चारों चरणों में हुई कुल वोटिंग 2019 के मुकाबले कम है और इसी के चलते इस पर सियासी दावे हो रहे हैं।

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