The Big Picture With RKM : रायपुर। लोकसभा चुनाव में 7 चरणों में से अभी केवल एक ही चरण की वोटिंग हुई है। 26 तरीख को सेकेंड फेज में देशभर में 88 सीटों पर वोट पड़ेंगे, जिसमें शामिल हैं MP की 6 और छत्तीसगढ़ की 3 सीटें। दूसरे चरण का प्रचार आखिरी दौर में है। पहले चरण के कम वोटिंग प्रतिशत के बाद बीजेपी के दिग्गजों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया। पिछले दो दिनों में PM मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बार-बार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक बयान कोड कर कांग्रेस को मुस्लिम तुष्टिकरण पर घेर रहे हैं। कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल उठाकर बीजेपी ने कांग्रेस को अपनी फेवरिट पिच पर चौतरफा घेर दिया है, कैसे – समझिए इस रणनीति के पीछे की वजह बता रहे हैं।
लोकसभा चुनाव की लड़ाई दूसरे फेज में आते-आते विकास और जनता से जुड़े मुद्दों से डायवर्ट होकर हिंदू मुसलमान पर शिफ्ट होती नजर आ रही है। इस घमासान की वजह पीएम मोदी का एक बयान है, जो रविवार को उन्होंने राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आया..पहले आप पीएम मोदी का वो बयान पढ़िए..
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस का घोषणापत्र कह रहा है कि वे माताओं बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उस संपत्ति को बांट देंगे और उनको बांटेगे जिनके बारे में मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है’ उन्होंने कहा, ‘पहले जब उनकी सरकार थी, उन्होंने कहा था की देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है’।
पीएम मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक बार फिर ठन गई। कांग्रेस की तरफ से पीएम मोदी को चुनौती देते हुए दावा किया कि हमारे घोषणापत्र में कहीं भी हिंदू या मुस्लिम शब्द लिखा है। अगर है तो वो सबूत पेश करें। जिसके बाद बीजेपी ने X पर मनमोहन सिंह का वो वीडियो साझा किया, जिसका जिक्र पीएम मोदी ने अपने भाषण में किया था।
‘minorities, particularly the Muslim minority.. यानी मनमोहन सिंह के पूरे वीडियो में इसी लाइन को लेकर बीजेपी हमलावर है और कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है। मोदी के बयान के बाद कांग्रेस नेताओँ ने भी मोर्चा संभाला।
राहुल गांधी ने X पर पोस्ट किया..कि मोदी कांग्रेस के न्याय पत्र से घबरा गए हैं। लिहाजा मुद्दों से जनता का ध्यान भटका रहे हैं,जबकि मल्लिकार्जुन खऱगे ने कांग्रेस के मेनिफस्टों को समझाने के लिए पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा।
इस बीच सोमवार को कांग्रेस नेता मोदी के बयान की शिकायत चुनाव आयोग की..और कार्रवाई की मांग की। हालांकि पीएम मोदी लगातार दूसरे दिन भी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को आड़े हाथ लिया। राजस्थान के बाद उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ और हाथरस में पीएम ने कहा कि इनका मेनिफेस्टो कह रहा है, इनकी नजर हमारी माताओं-बहनों के मंगलसूत्र पर है।
मोदी यहीं नहीं रूके..उन्होंने कहा कि पसमांदा मुसलमानों की मुसीबत की चर्चा करता हूं, तो इनके बाल खड़े हो जाते हैं’ बहरहाल देश के संसाधनों पर पहला हक किसका? ये सवाल खड़ा कर पीएम ने एक तीर से कई निशाना साधा। खास तौर पर अलीगढ़ में 26 अप्रैल को और हाथरस में 7 मई को वोटिंग होनी है। जहां हिंदू-मुसलमान की एंट्री से चुनावी समीकरण पर जरूर असर पड़ेगा। मोदी के बयान पर सियासी घमासान तेज है।
जाहिर है इस बार लोकसभा चुनाव कुल 7 चरणों में होने हैं। अभी सिर्फ एक चरण हुआ है, 6 फेज बाकी है, लेकिन जिस तरह से चुनावी घमासान, हिंदू मुसलमान पर शिफ्ट हुआ है..उससे किसका नफा और किसका नुकसान होता है..ये तो 4 जून को ही साफ होगा।
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