राजनीति में सब जायज है! टिकट न मिलने से नाराज होकर बसपा ज्वाइन करने वाले कांग्रेस नेता की फिर हुई घर वापसी

राजनीति में सब जायज है! टिकट न मिलने से नाराज होकर बसपा ज्वाइन करने वाले कांग्रेस नेता की फिर हुई घर वापसी

  •  
  • Publish Date - October 21, 2020 / 11:40 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:51 PM IST

अशोकनगर। 3 नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव की तारीख तय हो चुकी है लेकिन इस चुनावी चौसर में नेताओं के अजीबोगरीब बयानों के साथ ही कई ऐसी चालें भी दिखाई दे रही हैं जिससे यह साफ नजर आ रहा है कि राजनीति में सब जायज है। यहां अशोक नगर विधानसभा में भी कुछ ऐसा देखने को मिला, जहां कांग्रेस के नेता रमेश इटोरिया जिन्हें पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिया गया, उन्होंने कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देकर बसपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी, लेकिन महज 20 दिन तक ही बसपा पार्टी में रह रह सके जब वहां भी टिकट नहीं मिला तो फिर उन्होंने कांग्रेस में वापसी कर ली।

ये भी पढ़ें:BJP के पोस्टर्स से सिंधिया गायब!, कांग्रेस बीजेपी में छिड़ी जुबानी जंग

अशोक नगर विधानसभा के लिए बी एस पी ने स्ट्रोम विलेन भंडारी को अपना प्रत्याशी बनाया, उसके बाद रमेश इटोरिया ने बसपा से नाराजगी जताते हुए बिना जनाधार के प्रत्याशी को टिकट देने की बात कहकर पार्टी छोड़ दी और बुधवार को रमेश ईटोरिया ने एक बार दोबारा से कांग्रेस जॉइन कर ली। यह बात कांग्रेस पार्टी ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताई जबकि उसी प्रेस वार्ता में अपने ही सवालों में रमेश इटोरिया घिरते नजर आए, उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ने के पहले कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे एक ऐसी महिला को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है जिसका ना तो कोई जनाधार है और ना ही नेतागिरी में कोई तालमेल, दलित समाज में भी आशा का कोई जनाधार नहीं है।

ये भी पढ़ें: चुनावी सभा में बोले कमलनाथ, 27 लाख किसानों का माफ हुआ कर्ज, शिवराज …

इतना ही नहीं उन्होंने उनकी निजी बातों को उजागर करते हुए यह भी कह दिया था कि इन्होंने जैन समाज में शादी कर ली थी जिसके बाद दलित समाज इनसे नाराज हैं, लेकिन अचानक आज कांग्रेस पार्टी में आने के बाद उन्हें वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सही दिखाई देने लगी, जिस पर मीडिया ने उन्हें घेर लिया, जिसके बाद भी अपने ही दिए गए वक्तव्य को झूठलाते रहे, इन उपचुनावों में देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस एवं भाजपा के नेताओं द्वारा कई अनर्गल बयानबाजी की जा रही है तो वहीें नेता दल बदलने में भी कोई हिचक महसूस नहीं कर रहे।

ये भी पढ़ें: राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दिया मंत्री पद से इस…